हरिद्वार। मां मंशा देवी कथित फर्जी ट्रस्ट विवाद अब नित नए रूप धारण करता जा रहा है। जिसके चलते अब चरित्रहनन के आरोप भी एक पक्ष पर लगने आरम्भ हो गए हैं। जिस प्रकार से मामला गरमा रहा है उसको देखते हुए अभी और नए प्रकरणों के समाने आने की उम्मीद प्रबल हो गयी है।
बता दें कि हरिद्वार की वाटर वर्क्स कालोनी निवासी एक महिला श्रीमती शिवानी पत्नी विशाल ने 26 अप्रैल को पुलिस मे प्रार्थनापत्र देकर वासू सिंह व एक अन्य के खिलाफ हरकी पैड़ी मार्ग पर वाहन को टक्कर मारने, अभद्रता करने व जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की थी। जिसके संबंध में शुक्रवार को रानीपुर कोतवाली में वासू व अन्य समेत दोनों पक्षों को बुलाया गया। जहां आरोप लगाने वाली महिला कथित घटना को अंजाम देने वालों को पहचान ही नहीं पायी। जिसके बाद दोनों पक्षों को वापस भेज दिया गया। मजेदार बात यह कि घटना का जो दिन और समय महिला द्वारा बताया गया था, उस तिथि और समय को वासू व अन्य न्यायालय में एक वाद के सिलसिले में उपस्थित थे। पुलिस ने प्रथमदृष्टया महिला के आरोपों को गलत पाया है। जबकि दूसरे पक्ष का कहना है कि इस मामले की गहनता से जांच की जाए, जिससे की इस प्रकार के आरोप लगाने के पीछे किसका षडयंत्र है इसका पता चल सके। साथ ही झूठे आरोप लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।
उधर वासू सिंह ने षडयंत्र के पीछे एक संत व कुछ अन्यों का हाथ बताया है। जिस प्रकार से मां मंशा देवी कथित ट्रस्ट विवाद नित नए रूप लेता जा रहा है उसको देखते हुए यह अभी और बड़ा आकार ले सकता है। जिसमें छात्रवृत्ति घोटाला, काजलपुरी प्रकरण, न्यायालय की अवमानना आदि भी खुलकर सामने आ सकते हैं। वहीं मां मंशा देवी प्रकरण की हाईकोर्ट में बहस हो चुकी है। जिसका आदेश आज शाम तक आने की उम्मीद है।