कनखल स्थित छतरी वाला कुएं का हिस्सा ध्ंसा, मकान को उत्पन्न हुआ खतरा
हरिद्वार। अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों की लापरवाही एक आम आदमी पर भारी पड़ रही है। कई बार शिकायत करने के बाद भी समस्या के निस्तारण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। केवल दिलासा देकर सभी अपने कार्य की इतिश्री करने में लगे हैं। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही से व्यक्ति को काफी बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

बता दें कि कनखल में प्रसिद्ध छतरी वाला कुंआं हैं। जहां कुंभ के दौरान कुएं का सौदर्यीकरण कराया गया। कुंए के सामने ही प्रसिद्ध वैद्य दीपक कुमार का मकान है। कुंभ के दौरान कराए गए सौदर्यीकरण के बाद कुंए के समीप का एक हिस्सा अचानक धंस गया, जिस कारण से वहां एक बड़ा गड्ढ़ा बन गया। गड्ढ़ा बन जाने के साथ एक लम्बी और मोटी दरार भी वहां बन गयी है। जिससे वैद्य दीपक कुमार के मकान को खतरा उत्पन्न हो गया है। कुंए में हुए धसाव और समस्या के समाधान तथा मकान की सुरक्षा के लिए उन्होंने पहले स्थानीय पार्षद नितिन माणा को समस्या से अवगत कराया। पार्षद ने भी उनकी बात पर कोई संज्ञान नहीं लिया। उसके बाद उन्होंने स्थानीय विधायक मदन कौशिक को समस्या से अवगत कराया, किन्तु नजीता ढाक के तीन पात वाला ही रहा। अब कुंए के बाहर बने गड्ढे़ का आकार दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। बावजूद इसके कोई इस पर संज्ञान लेने के लिए तैयार नहीं हैं। जिस कारण से मकान को कोई कभी भी बड़ा नुकसान कभी भी हो सकता है। जिस कारण से बड़ा हादसा होने की संभावना बनी हुई है।
कार्यप्रणाली से लगता है कि शायद अधिकारी और जनप्रतिनिधि किसी बड़ी दुर्घटना के इंतजार में हैं।