हरिद्वार। धर्म संसद हेट स्पीच मामले में जितेंद्र सिंह त्यागी की गिरफ्तारी के खिलाफ धर्म संसद के संत स्वामी यति नरसिंहानंद गिरि और स्वामी अमृतानंद अन्न-जल त्याग कर सर्वानंद घाट पर धरने पर बैठ गए हैं। स्वामी यति नरसिंहानंद गिरि का कहना है कि एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए वसीम रिजवी को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने घोषणा की कि जब तक उनको छोड़ा नहीं जाता, वह धरने पर बैठे रहेंगे।
गौरतबल है कि जितेंद्र सिंह त्यागी को गुरुवार को नारसन बॉर्डर से हरिद्वार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि जितेंद्र त्यागी निर्दोष हैं। उन्हें बिना मतलब केवल एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए जेल में डाला गया है। हम इसका विरोध कर रहे हैं और जब तक वह जेल से बाहर नहीं आ जाते, तब तक हम यहीं बैठे रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिस अपराध के लिए उन्हें जेल भेजा गया है, वह अपराध बहुत सारे लोगों ने मिलकर किया है। यदि आप को जेल भेजना ही है तो सभी संतों को जेल भेज दीजिए। उन्होंने कहा कि जब हमारे खिलाफ लोगों ने बोला उनके खिलाफ न तो कोई मुकदमा दर्ज किया और न ही कोई कार्रवाई की। इस तरह का भेदभाव हिंदूवादी सरकारों में नहीं होना चाहिए।
वहीं दूसरी ओर शाम्भवी धाम के परमाध्यक्ष स्वामी आनन्द स्वरूप ने बताया कि 16 जनवरी को बैरागी कैंप हरिद्वार में आयोजित होने वाली प्रतिकार सभा का स्थान परिवर्तित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अब प्रतिकार सभा सर्वानंद घाट खड़खड़ी, जिस स्थान पर स्वामी नरसिंहानंद गिरि महाराज व वामी अमृतानन्द महाराज जितेन्द्र त्यागी की गिरफ्तारी के विरोध में अनशन पर बैठे हैं, वहीं आयाजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि अनशन स्थल से ही प्रतिकार सभा प्रारंभ हो चुकी है। संत एवं श्रद्धालु हिंदू समाज के लोग अनशन स्थल पर आ रहे हैं तथा हिन्दू संरक्षण संवर्धन पर चर्चा चल रही है।