विनोद धीमान
हरिद्वार। एसएसपी हरिद्वार के कुशल नेतृत्व और प्रभावी पर्यवेक्षण में लक्सर क्षेत्र में हुए सनसनीखेज गोलीकांड का पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर सफल खुलासा कर दिया। त्वरित कार्रवाई करते हुए गठित अलग-अलग पुलिस टीमों ने दोनों आरोपियों को थाना खानपुर क्षेत्र के ग्राम सिकंदरपुर के जंगलों से, बिजनौर हाईवे के पास से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस जांच में सामने आया कि गिरफ्तार आरोपी सन्नी यादव उर्फ शेरा और उसका साथी अजय दोनों ही शातिर किस्म के अपराधी हैं और पूर्व में काशीपुर में हुई डकैती के मामले में जेल जा चुके हैं।
पैसों के लेनदेन ने लिया खूनी रूप
प्राथमिक जांच में यह तथ्य सामने आया है कि सन्नी यादव और विनय त्यागी के बीच पैसों का लेनदेन चल रहा था। पैसे मांगने पर विनय त्यागी द्वारा सन्नी को लगातार जान से मरवाने की धमकियां दी जा रही थीं। इसी रंजिश के चलते सन्नी यादव काफी समय से विनय त्यागी की रेकी कर रहा था।
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि सन्नी को जानकारी मिली थी कि विनय त्यागी रुड़की जेल में बंद है और दिनांक 24-12-2025 को लक्सर न्यायालय में पेशी पर लाया जाएगा। इसी जानकारी के आधार पर सन्नी ने अपने साथी अजय के साथ मिलकर बदले की नीयत से गोलीकांड की वारदात को अंजाम दिया।
जंगलों से गिरफ्तारी, हथियार बरामद
पुलिस टीमों ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को खानपुर के जंगलों से गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान घटना में प्रयुक्त अवैध हथियार भी बरामद किए गए। पुलिस द्वारा दोनों अभियुक्तों से गहन पूछताछ की जा रही है तथा अन्य आपराधिक कड़ियों को खंगाला जा रहा है।
आरोपी का आपराधिक इतिहास
मुख्य अभियुक्त – सन्नी यादव उर्फ शेरा पुत्र: कमल सिंह निवासी: गुलजारपुर, थाना काशीपुर, जनपद उधमसिंह नगर
उम्र: 28 वर्ष
आपराधिक इतिहास (कोतवाली काशीपुर):
Cr No 27/12 – धारा 302, 201, 120B, 34, 364A, 386 IPC
Cr No 630/23 – धारा 395, 412, 34 IPC
अजय
पुत्र: कुंवर सैन
निवासी: खरमासा कॉलोनी, थाना कोतवाली काशीपुर, जनपद उधमसिंह नगर
उम्र: 24 वर्ष
आपराधिक इतिहास:
Cr No 630/23 – धारा 395, 412, 34 IPC
बरामदगी
तमंचा .315 बोर मय 01 जिंदा कारतूस
तमंचा .32 बोर मय 02 जिंदा कारतूस
हरिद्वार पुलिस ने स्पष्ट किया है कि आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई जारी है और पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस त्वरित खुलासे ने एक बार फिर हरिद्वार पुलिस की सक्रियता और SSP के सख्त नेतृत्व को साबित कर दिया है।


