डीएम और सीडीओ से मुलाकात कर मुकदमा वापस लेने की मांग
विनोद धीमान
हरिद्वार। ग्राम पंचायत शाहपुर शीतला खेड़ा में जर्जर स्वास्थ्य भवन को ध्वस्त कराए जाने के मामले में ग्राम प्रधान दीपक सैनी पर मुख्य विकास अधिकारी के आदेश पर दर्ज किए गए मुकदमे को लेकर प्रधान संगठन में भारी रोष देखने को मिला। बुधवार को जिलेभर के प्रधानों का प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से मिला और मुकदमा वापस लेने की मांग की।
ग्राम प्रधान दीपक सैनी का कहना है कि जिस भवन को ध्वस्त कराया गया, वह अत्यंत जर्जर अवस्था में था और कभी भी गिर सकता था। भवन के पास ही प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र स्थित हैं, जिससे बच्चों की सुरक्षा को लेकर खतरा बना हुआ था। ग्राम सभा की खुली बैठक में भवन गिराने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हुआ था, जिसके बाद खंड विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया गया।
खंड विकास अधिकारी के निर्देश पर आरएएस के जेई ने भवन का निरीक्षण कर उसकी स्थिति को खतरनाक बताया और ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू कराई। नीलामी के लिए ग्राम पंचायत में पुनः खुली बैठक बुलाई गई, जिसमें पंचायत सचिव, विकास अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के सीएचओ समेत कई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद थे।
इसके बावजूद भी एक एएनएम पिंकी यादव की शिकायत पर ग्राम प्रधान पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया, जिससे नाराज होकर जिलेभर के प्रधान एकजुट हुए और प्रधान संगठन के नेतृत्व में जिलाधिकारी व सीडीओ से मुलाकात कर सभी दस्तावेजों की प्रतिलिपियां सौंपीं।
प्रधान संगठन ने कहा कि अगर जनप्रतिनिधियों पर जनहित में काम करने के बावजूद मुकदमे दर्ज होंगे, तो वे कैसे अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर पाएंगे। संगठन ने मुकदमा जल्द वापस लेने की मांग की है।
जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र निस्तारण का आश्वासन दिया है।
इस मौके पर प्रधान संगठन के अध्यक्ष राजेश वर्मा, दीपक प्रधान, प्रखर प्रधान, आनंद प्रधान, साजिद अंसारी, अमित प्रधान, सतीश प्रधान, मनीष कुमार, अनिल प्रधान, प्रदीप प्रधान, पंकज प्रधान, राजू प्रधान, प्रमोद प्रधान, मजीत प्रधान, कमलेश प्रधान सहित बड़ी संख्या में प्रधान मौजूद रहे।