सीएम बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी पहली बार अपने पैतृक गांव हड़खोला पहुंचे। इस मौके को ग्रामीणों ने बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया। ग्रामीणों ने पारंपरिक वेशभूषा में झोड़ा और चांचरी गाकर नृत्य भी किया। सीएम दो दिनों तक अपने गांव हड़खोला में रहे। इस दौरान उन्होंने कुल देवता के मंदिर में पूजा पाठ कर आशीर्वाद लिया। वहीं, ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और उन्हें दूर करने का आश्वासन दिया।
पुष्कर धामी के सीएम बनने से पहले उनका पैतृक गांव हड़खोला सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं से महरूम था। इस गांव से मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर दूर पैदल जाना पड़ता था। सीएम के पैतृक गांव पहुंचने से पहले यहां सड़क की कटिंग पूरी हो चुकी है। धामी के सीएम बनने के बाद पिछले 2 दशकों से लंबित हड़खोला मार्ग अब बनकर तैयार हो गया है। हड़खोला गांव में निवास करने वाले 35 परिवारों के लिए ये सड़क किसी वरदान से कम नहीं है। ग्रामीणों ने हड़खोला गांव को सड़क से जोड़ने के लिए सीएम का आभार जताया। ग्रामीणों का कहना है कि पुष्कर धामी के सीएम बनने से उन्हें कई अपेक्षाएं हैं।
सीएम बनने के बाद पूजा अर्चना के लिए अपने पैतृक गांव हड़खोला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें लंबे समय बाद अपने गांव आकर और लोगों से मिलकर काफी अच्छा लगा। उन्होंने ग्रामीणों से समस्याएं भी सुनीं और उनके निराकरण का आश्वासन दिया। सीएम ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए गांव का विकास होना काफी जरूरी है। वे अपने गांव को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पूरी तरह प्रयासरत हैं।


सीएम धामी ने पैतृक गांव पहुंचकर ग्रामीणों की सुनीं समस्याएं, विकास का दिया आश्वासन
