काठा पीर मेले में दुकानदारों का फूटा गुस्सा, ठेकेदार पर अवैध वसूली और दुर्व्यवहार के आरोप

सैकड़ों दुकानदारों ने किया विरोध प्रदर्शन, प्रशासन से की कार्रवाई की मांग


विनोद धीमान

हरिद्वार। लक्सर क्षेत्र स्थित काठा पीर मेले में इस बार आस्था और परंपरा के माहौल के बीच व्यापारियों का गुस्सा देखने को मिला। मंगलवार को सैकड़ों दुकानदारों ने ठेकेदार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। दुकानदारों का आरोप है कि मेले में दुकानों की जमीन देने के नाम पर ठेकेदार द्वारा खुलेआम अवैध वसूली की जा रही है।
प्रदर्शन कर रहे दुकानदारों ने बताया कि पिछले वर्ष उन्हें 150 से 300 प्रति फुट के हिसाब से दुकान लगाने की जगह दी गई थी, लेकिन इस वर्ष ठेकेदार द्वारा 700 से 1000 प्रति फुट की मांग की जा रही है। जो व्यापारी यह रकम देने में असमर्थ हैं, उन्हें जबरदस्ती मेले से बाहर कर दिया गया है। इसके अलावा, ठेकेदार द्वारा उनके साथ बदसलूकी और धमकी जैसे रवैये की भी शिकायतें सामने आई हैं।

पुराने दुकानदारों से भी छीनी गई जगह
आक्रोशित दुकानदारों ने बताया कि वर्षों से जो लोग मेले में अपनी दुकान लगाते आ रहे थे, उन्हें इस बार उनकी निर्धारित जगह नहीं दी गई। कुछ दुकानदारों ने यह भी आरोप लगाया कि ठेकेदार ने नई दुकानों के लिए मोटी रकम वसूली है और पुराने व स्थानीय दुकानदारों को नजरअंदाज किया गया है।

खादीमदारों ने भी जताया विरोध
काठा पीर मेले से जुड़े खादीदारों ने भी इस पूरी व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि ठेकेदार ने ना केवल दुकानदारों को लूटा है, बल्कि मेले की पवित्रता और परंपरा का भी अपमान किया है। खादीदारों का आरोप है कि ठेकेदार ने जनता और आयोजकों के साथ विश्वासघात किया है। यह मेला आस्था और परंपरा से जुड़ा है, लेकिन इस बार इसे पैसा कमाने का जरिया बना दिया गया है। ठेकेदार ने लोगों के साथ अन्याय किया है, हम इसका विरोध जारी रखेंगे।

अब प्रशासन से उम्मीद
अब सभी की निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं कि क्या वो दुकानदारों की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगा या यह मामला यूँ ही दबा दिया जाएगा। दुकानदारों की मांग है कि मेले की जगहों के आवंटन की प्रक्रिया पारदर्शी और नियमबद्ध हो, ताकि भविष्य में कोई ठेकेदार मनमानी न कर सके।

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