कर्मचारियों के साथ नोक झोक,चुनाव अधिकारी ने चुनाव को किया निरस्त
विनोद धीमान
हरिद्वार। लक्सर क्षेत्र में बहुउद्देशीय किसान सेवा सहकारी समितियों में बीते 24 फरवरी को हुए समिति के चुनाव में जीत हासिल करने वाले प्रत्याशियों ने जीत का प्रमाण पत्र न मिलने पर समिति कार्यालय पर जमकर हंगामा कांटा। प्रत्याशियों ने। चुनाव अधिकारी पर जीत का प्रमाण पत्र देने के लिए दबाव बनाते हुए दोबारा कराए जा रहे चुनाव को निरस्त करने मांग की। हंगामा बढ़ता देख चुनाव अधिकारी ने उच्च अधिकारियों को सूचना देकर समिति के चुनाव को निरस्त कर दिया।
जानकारी के मुताबिक बीते 24 फरवरी को बहुउद्देशीय किसान सेवा सहकारी समितियां में प्रशासन ने डायरेक्टरों सदस्य पद के चुनाव कराए थे। वही किसानों ने समिति के कर्मचारियों पर वोट काटने व मृतको किसानों को जीवित दिखाकर वोटर लिस्ट में उनका नाम अंकित किया था। जीवित किसानों के वोट काटकर उन्हें मृतक घोषित कर दिया था, जिसको लेकर किसानों ने भारी हंगामा किया था।
किसानों ने समिति के चुनाव को निरस्त करने के लिए हाई कोर्ट में 21 फरवरी को याचिका दायर की थी जिस पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने चुनाव को स्थगित करते हुए दोबारा से चुनाव कराने की शासन को आदेश दिया था। वही प्रशासन ने हाई कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए 5 मार्च बुधवार को जनपद में सहकारी किसान सेवा समितियां में चुनाव प्रक्रिया दोबारा से शुरू कर दी गई है।
इन चुनाव में केवल उनको लोगों की ही चुनाव लड़ने व वोट डालने का अधिकार था जो सदस्य पिछले तीन सालों से अपनी समितियां से लेनदेन करते आ रहे हैं। लक्सर की मुंडा खेड़ा कला, निरंजनपुर, भिक्कमपुर और जवाहर खान उर्फ झिवरहेड़ी सहित 8 सहकारी समितियां में 5 मार्च से चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी।
छह मार्च को अतिम सूची पर आपत्तियां दर्ज कर और सात मार्च को अंतिम प्रकाशन कर दिया गया था और आठ मार्च शनिवार से प्रपत्रों की बिक्री शुरू कर दी गई थी, लेकिन जैसे ही 24 फरवरी को पूर्व चुनाव में जीत हासिल करने वाले प्रत्याशियों को इस बात का पता चला की समिति में दोबारा चुनाव होने जा रहे हैं, जिनके नामांकन के लिए प्रपत्र की बिक्री शुरू कर दी गई है। पूर्व में जीते हुए सभी प्रत्याशी इकट्ठा होकर सहकारी समिति के कार्यालय पर पहुंचे और अपने जीत के प्रमाण पत्र को लेकर हंगामा करने लगे प्रमाण पत्र न मिलने पर उन्होंने जोरदार प्रदर्शन किया और समिति के दोबारा चुनाव न कराने की मांग की।
इस दौरान प्रत्याशियों की समिति के कर्मचारियों और नामांकन करने वाले नए प्रत्याशियों के साथ नोक जोक भी हुई। हंगामा बढ़ता देख चुनाव अधिकारी को पुलिस को बुलाना पड़ा। पुलिस ने हंगामा को शांत कराया।
जवाहर खान उर्फ झिवरहेड़ी के चुनाव अधिकारी वेदपाल सिंह ने बताया कि 21 फरवरी की दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट नैनीताल में 24 फरवरी को अपने आदेश में सहकारी समितियां के चुनाव को निरस्त कर दिया था और दोबारा से चुनाव करने का आदेश जारी किया था। इसलिए दोबारा सहकारी समिति में चुनाव कराए जा रहे हैं थे। 24 फरवरी को चुनाव में जीते प्रत्याशियों ने जीत के प्रमाण पत्र को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया था। झगड़े की स्थिति बन गई थी और दोबारा कराया जा रहे चुनाव को निरस्त करने की मांग करने लगे थे।
उन्होंने बताया की उत्तराखंड सहकारी समिति नियमावली 2003 नियमावली के नियम 440 के अंतर्गत चुनाव निरस्त करने की घोषणा कर दी गई है।