देहरादून। उत्तराखंड में बीते दिनों हुई बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। इसी बीच एक राहत भरी खबर है। मौसम खुलते ही अब चारधाम यात्रा फिर से सुचारू कर दी गई है। ऐसे में श्रद्धालु एक बार फिर से गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम की यात्रा कर सकते हैं। हालांकि, अभी जोशीमठ में मार्ग बंद होने के चलते बदरीनाथ धाम की यात्रा शुरू नहीं हो पाई है।
पूर्व में मौसम विभाग ने प्रदेश में 18 और 19 तारीख को रेड अलर्ट जारी किया था। जिसके बाद राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया था। अब मौसम खुलने के बाद चारधाम यात्रा आज से दोबारा शुरू कर दी गई है। अभी जोशीमठ के पास बारिश कारण पहाड़ी से मलबा और बोल्डर आने के कारण मार्ग बंद है। जिसके चलते अभी बदरीनाथ धाम के लिए यात्रा शुरू नहीं हो पाई है। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि नैनीताल का कालाढूंगी वाला रास्ता खुल गया है और वहां फंसे हुए पर्यटकों को निकाला गया है। हल्द्वानी से अल्मोड़ा का मुख्य मार्ग बाधित है। अभी उसमें समय लगेगा क्योंकि वह कई जगह से टूटा हुआ है। गढ़वाल में मौसम खुल चुका है और चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। बता दें कि बीते दो दिनों में उत्तराखंड में बारिश ने जमकर तांडव मचाया है। ऐसे में आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उत्तराखंड में हवाई सर्वेक्षण कर बारिश से हुए नुकसान का आकलन करेंगे। अभी तक 46 लोगों के मारे जाने की सूचना है। जिसमें से 11 लोग लापता और कुछ घायल हैं। वहीं, राहत और बचाव कार्य में सेना, एमडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, बीआरओ व एनजीओ के लोग लगे हुए हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि आपदा से प्रभावित लोगों को खाने-पीने की व्यवस्था कराई जाए। साथ ही राज्य सरकार आपदा में मारे गए लोगों के परिजनों को 4 लाख रुपए का मुआवजा देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा और राहत कार्य के लिए हर जिले के लिए जिलाधिकारियों को 10 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है।


तबाही के बाद मौसम हुआ साफ, शुरू हुई चारधाम यात्रा


