दोस्तों के साथ मिलकर रची थी स्वंय व प्रेमी के अपहरण की साजिश

हनी ट्रैप का निकला मामला, प्लान की मास्टरमाइंड महिला सहित 02 गिरफ्तार

हरिद्वार। दोस्तों के साथ मिलकर खुद की तथा अपने प्रेमी के अपहरण की साजिश रचने की मास्टरमइंड महिला समेत दो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। खुलासे में मामला हनीट्रैप का निकला। पुलिस अभी भी फरार आरोपितों की तलाश में जुटी है।


विदित हो कि 11 जुलाई को मंगलौर पुलिस को फोन के द्वारा कुछ व्यक्तियों द्वारा 10 जुलाई की रात्रि को उसका व उसकी महिला मित्र व महिला के भाई का तमंचे के बल पर अपहरण कर लिए जाने की सूचना मिली। अपहृता ने अल्टो कार में बैठाकर एक जंगल में ले जाकर मारपीट करने तथा नगदी व अन्य सामान लूट कर ले जाने की बात कही। फोन करने वाले ने प्रेमिका को छुड़ाने के एवज में 5 लाख रुपये अपहरणकर्ताओं द्वारा मांगने की भी बात बतायी। सूचना पर पुलिस में हडकंप मच गया। पुलिस ने घटना के संबंध में अधिकारियों को अवगत कराया। पीड़ित की तहरीर के पर कोतवाली मंगलौरमें मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू की गई। पुलिस को पीड़ित से पूछताछ के दौरान मामला संदिग्ध लगने पर इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य एकत्रित कर 24 घंटे के अंदर घटना का खुलासा करते हुए महिला सहित 02 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

पीड़ित की महिला मित्र ही निकली अपहरण की मास्टरमाइंड
युवती से पूछताछ करने पर बताया कि वह दिल्ली में एक फाइनेन्स कम्पनी में इन्टरव्यू देने गयी थी। दिल्ली में मुझे एक लडका मिला था। जिसने अपना नाम कृष्णराज बताया था। मेरे एटीएम कार्ड से पैसे नहीं निकल रहे थे तो मैने कृष्णराज से 500 रुपये कैश लेकर उसको गूगल पे किए थे, जिससे हमारा नंबर आपस में शेयर हो गया और फिर हमारी आपस में फोन से बात होने लगी थी। कृष्णराज ने मुझे बताया था कि मैं कोर्ट में काम करता हूं। तथा मेरा खुद का बहुत बड़ा कारोबार भी है। इसके अलावा एटीएम में भी काम करता हूं। मुझे लगा कि लड़का अच्छी कमाई वाला है तो मैने अपने अन्य साथियों को कृष्णराज के बारे में बताया और उसी दिन से हमने प्लान बनाना शुरू कर दिया।


प्लान के तहत युवती ने कृष्णराज को रुड़की मिलने बुलाया और उसे मंगलौर पर ही उतरने को बोला, जिसके बाद युवती ने ऋषिकेश जाने की बात बोलकर अपने किसी रिश्तेदार को गाड़ी के साथ आने को कहा, जो कुछ ही देर में आ गया। जिस पर युवती व कृष्णराज उसकी गाड़ी में बैठ कर हरिद्वार की ओर निकल गए। युवती के प्लान के मुताबिक कुछ ही दूरी पर बाथरूम करने के बहाने उतरे और बाथरूम करने के बाद जैसे ही वह गाड़ी में बैठने लगे तो पूर्व में बनायी गयी योजना के अनुसार अर्जुन, दीपक, कार्तिक तथा शुभम ने अपनी मोटरसाइकिल कार के आगे पीछे लगाकर गाडी को रोक लिया।


जिसपर युवती के दोस्तों ने प्लान के मुताबिक खुद की बात मनवाने के लिए धमकाना शुरू कर दिया। सभी आपस में एक दूसरे को मुस्लिम नामों से पुकार रहे थे, जिससे बाद में किसी को कोई शक न हो। आरोपी गाड़ी को कोटवाल गाँव से आगे निकलकर एक चौंदाहेडी गाँव के जंगल में ले गए। वहां पर अर्जुन, दीपक, कार्तिक तथा शुभम ने कृष्ण राज व सौरव तथा मुझे अलग-अलग कर दिया। मुझे और सौरव को उस जगह से जहां पर कृष्णराज को बंधक बना रखा था।


सभी कृष्णराज को प्लान के अनुसार ऐसा दिखा रहे थे कि जैसे उसे, सौरव तथा महिला को अगवा कर लिया गया है। इतना ही नहीं कृष्ण राज के साथ मारपीट कर उसके पास मौजूद पर्स व मोबाईल को छीन लिया। युवती को छोड़ने व वीडियो वायरल करने का डर दिखा कर 10 लाख रुपये की मांग भी की गई। आरोपियों ने कृष्णराज को यह विश्वास दिलाया कि युवती व उसका भाई 50 हजार रुपये मंगा रहे हैं और उसे भी घर से 10 लाख रुपए मंगाने को कहा। पीड़ित कृष्णराज को रोता देख आरोपियों ने पहले 5 लाख व बाद में 1 लाख में सौदा तय कर दिया। जिसपर पीड़ित ने अपना फोन लेकर अपने रिश्तेदारों से एक्सीडेंट के नाम पर पैसे मांगे। रिश्तेदार ने पीड़ित के खाते में लगभग 9 हजार रुपए डाले जो पैसे युवती ने एटीएम से निकाल कर अपने दोस्तों में बांट दिए।


जब युवती अपने दोस्त कार्तिक व शुभम के साथ हरिद्वार घूमने गई तो पुलिस ने महिला व उसके दोस्त को धर दबोचा। पकड़े गए आरोपितों के नाम व पते शुमभ पुत्र वीर सिंह निवासी ग्राम हुसैनपुर कोतवाली लक्सर जिला हरिद्वार व युवती पुत्र सूरजपाल सिंह निवासी अशोक नगर ढण्डेरा कोतवाली रुडकी जिला हरिद्वार बताए गए। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त बाइक, पीड़ित का बेग, लूटे हुए एटीएम कार्ड, मोबाईल फोन, आधार कार्ड बरामद किए। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनका चालान कर दिया है।

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