भूमिधरी का अधिकार नहीं तो वोट नहींः खरोला
हरिद्वार। जहां एक ओर पूरे देश में लोकसभा चुनाव की तैयारी जोरों पर है तो वहीं दूसरी और पिछले 42 वर्षों से टिहरी से विस्थापित हुए लोग खाली हाथ बैठे हैं।
बता दंे कि आज 31 मार्च को पथरी के आदर्श टिहरी नगर भाग 1 के बारातघर में महा बैठक का आयोजन किया गया, जिसमंे सैकड़ों लोगों ने प्रतिभाग किया। इस बैठक में चर्चा की गई कि 42 वर्षों पहले अपने घर खेत खलियान छोड़कर हरिद्वार के पथरी में विस्थापित हुए लोगों का दर्द सरकारी नहीं सुन रही है। पूर्व से लेकर वर्तमान सरकार पर टिहरी विस्थापितों के द्वारा आरोप लगाया गया कि राष्ट्र के लिए अपने पुरखों की जमीन छोड़कर आए थे, किन्तु अभी तक जिस भूमि पर हमंे बसाया गया था उसका मालिकाना हक भूमिधरी अभी तक हमंे नहीं दिया गया है।
खरोला ने कहाकि इसको लेकर लगातार शासन-प्रशासन को पत्र के माध्यम से चेताया भी गया किंतु कोई परिणाम नहीं मिला। इसी क्रम में पूर्व राज्यमंत्री महावीर सिंह रावत के नेतृत्व में उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव राधा रतूड़ी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था, जिस पर संज्ञान लेते हुए सचिव राधा रतूड़ी ने तत्काल प्रभाव से संबंधित अधिकारियों को टेलीफोन के माध्यम से कारवाई करने के निर्देश दिए। बैठक के पश्चात मीडिया से वार्ता में पूर्व राज्य मंत्री उत्तराखंड महावीर सिंह रावत के द्वारा बताया कि हरिद्वार जिला प्रशासन के लिए आदेशित होते ही हम लगभग 70 प्रतिशत भूमिधरी की लड़ाई को जीत चुके हैं। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा था कि अगर टिहरी विस्थापित क्षेत्र में चुनाव नहीं हुआ तो इसके जिम्मेदार जिला प्रशासन के लोग होंगे। उन्होंने बताया कि हम आतंकवादी नहीं हैं। हम केवल और केवल अपनी भूमि का मालिकाना हक मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार या मंगलवार को हम जिलाधिकारी हरिद्वार से भी मुलाकात करेंगे। हम अपने मूलभूत अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिसमें निश्चित रूप से हमारी जीत होगी।
ग्राम प्रधान मनजीत खारोला ने बताया कि यदि भूमिधरी अधिकार समय से नहीं दिया गया तो निश्चित रूप से टिहरी विस्थापित के सभी भागों में पूर्ण रूप से लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा, जिसकी तैयारियां हम सभी लोगों ने मिलकर कर ली है। इस कार्यक्रम के दौरान पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य शूरवीर सिंह राणा, गब्बर सिंह पंवार पूर्व प्रधान, शूरवीर सिंह खारोला, अमर सिंह खारोला, कलीराम डंगवाल, नरेंद्र प्रधान, घोंटी प्रधान, रविंद्र बंदर, कोठी प्रधान खुशी दास, टिहरी डोब नगर प्रेम सिंह खारोला, समाजसेवी महावीर सिंह खारोला, ग्राम पंचायत सदस्य मनोज खारोला, प्रमोद नौटियाल, जयवीर चौहान के साथ गढ़वाली गायक विशाल गुसाईं एवं सैकड़ों मातृशक्ति मौजूद रही।