हरिद्वार। चुनावी बिगुल बज चुका है। चुनाव के लिए नामांकन का कार्य भी शुरू हो गया है। 19 अप्रैल को मतदान होगा। मतदान के साथ ही प्रत्याशियों का भाग्य 3 जून तक के लिए ईवीएम में बंद हो जाएगा। 3 जून को मतगणना के साथ किसके भाग्य का सितारा चमकेगा, इसका पता भी चल जाएगा। किन्तु प्रारम्भिक दौर में भी चुनाव परिणामों की झलक दिखाई देने लगी है।
बात यदि तीर्थनगरी हरिद्वार की करें तो यहां चुनाव प्रचार में भाजपा नंबर 1 पर है। इसके साथ ही निर्दलीय विधायक उमेश कुमार भी आगे हैं। वहीं बसपा ने भावना पांडे को अपना प्रत्याशी बनाकर मुकाबले को रोचक बना दिया है। जबकि कांग्रेस इस मुकाबले से अभी तक बाहर दिखायी दे रही है। कांग्रेस अभी तक हरिद्वार सीट पर अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान तक नहीं कर पाई। ऐसे में लोग कांग्रेस को चुनावी दौड़ में पिछड़ा हुआ मान रहे हैं।
उम्मीद है कि आज शाम तक कांग्रेस हरिद्वार सीट से अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर दे। सूत्रों के मुताबिक यहां से कांग्रेस हरीश रावत पर अपना दंाव खेल सकती है। यदि हरीश रावत हरिद्वार से चुनाव लड़ते हैं तो चुनावी मुकाबला बहुत रोचक हो जाएगा। कारण की हरिद्वार में हरीश रावत की एक वर्ग विशेष में खासी पकड़ है। ऐसे में वह वर्ग कांग्रेस प्रत्याशी के साथ जाएगा। जबकि निर्दलीय उमेश और बसपा की भावना पांड़े भी हरीश के वर्ग विशेष के वोट में सेंधमारी करेंगे। जिसका सीधा लाभ भाजपा प्रत्याशी को मिलेगा। कुल मिलाकर विपक्ष हरिद्वार में भाजपा प्रत्याशी की जीत की राह आसान करने में लगा हुआ है।
यदि कांग्र्रेस उमेश कुमार को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारती तो मुकाबला कांटे का हो सकता था, किन्तु विपक्ष के कारण भाजपा प्रत्याशी की जीत की राह आसान होती जा रही है। जहां भाजपा प्रत्यशी लगातार तुफानी जनसम्पर्क व सभाएं कर रहे हैं वहीं कांग्रेस का प्रत्याशी तक घोषित न कर पाना उनके परिणामों की छवि को दर्शाता है।