योग साधना कार्यक्रम के तहत आज जंगम शिवालय व श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर के परमाध्यक्ष श्रीमहंत कृष्णा गिरि महाराज के सानिध्य में सूर्य नमस्कर साधना योग का शुभारम्भ देहरादून में हुआ।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्रीमहंत कृष्णा गिरि महाराज ने कहाकि योग जोड़ने की विद्या है। योग के कारण आत्मा और परमात्मा का सहज ही मिलन हो सकता है। उन्होंने कहाकि योग का प्रयोग शारीरिक, मानसिक और आध्यत्मिक लाभों के लिए हमेशा से होता रहा है। योग मानवजाति के लिए वरदान है। उन्होंने कहाकि योग केवल शारीरिक व्यायाम करने या रोगों को दूर करने वाली क्रिया नहीं है, बल्कि जीवन को बेहतर बनाने वाली एक जीवन पद्यति है। कहाकि जो व्यक्ति केवल सूर्य नमस्कार कर लेता है उसे और किसी योग की आवश्यकता नहीं होती। सूर्य नमस्कार में सभी प्रकार के योग का समावेश है।
कहाकि योग के अंग प्राणायाम एवं ध्यान भी योगासनों की तरह शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हैं, प्राणायाम के द्वारा श्वास प्रश्वास की गति पर नियंत्रण होता है, जिससे श्वसन संस्थान सम्बन्धित रोगों में बहुत फायदा मिलता है। प्राणायाम बहुत फायदेमंद है ही। ध्यान भी योग का अतिमहत्वपूर्ण अंग है।
इस अवसर पर साधकों को योगाचार्य विक्रम महाराज ने योगाभ्यास कराया तथा उन्हें सूर्य नमस्कार से होने वाले फायदों से भी अवगत कराया गया। इस अवसर पर दिगम्बर रवि गिरि, योगाचार्य विक्रम महाराज, पंडित विपिन जोशी, पंडित सौरव भट्ट व अन्य उपस्थित रहे।


