वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य संबंधी कुछ जरूरी टिप्स, जानिए क्या

वरिष्ठ शब्द का प्रयोग, 60 वर्ष की उम्र के व्यक्तियों के लिए किया जाता है। इस उम्र के साथ कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होने लगती हैं। ऐसे में इसके प्रति जागरूक रहना आपके और आपके घर के बड़े बुजुर्गों के लिए अत्यंत आवश्यक है। यदि आप 60 की उम्र पार कर चुके है तो निम्न बातों का ध्यान रखना आपके लिए आवश्यक है

1ः- प्यास या आवश्यक न होने पर भी, हर समय पानी पिएं, सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं और उनमें से अधिकतर, शरीर में पानी की कमी के कारण होती हैं। प्रति दिन कम से कम 2 लीटर पानी अवश्य पीएं।

2ः- शरीर से जितना हो सके, उतना ही काम करें शरीर का संचालन होता रहना चाहिएं जैसे चलना, तैरना, या किसी भी प्रकार का खेल।

3ः- ज्यादा खाने की लालसा छोड़ें। क्योंकि इससे कभी अच्छा नहीं है। इसलिए, छोडे नही मात्रा कम कर दें। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक प्रयोग करें।

4ः- वाहन का प्रयोग, तब तक न करें जब तक कि अत्यंत आवश्यक न हो। यदि आप कहीं भी सामान लेने जा रहे हैं, किसी से मिल रहे हैं या कोई काम कर रहे हैं, तो अपने पैरों पर, चलने की कोशिश करें। लिफ्ट, एस्केलेटर का प्रयोग करने के स्थान पर सीढि़यां चढ़ें।

5ः- गुस्सा छोड़ दें, चिंता करना छोड़ दें, बातों इग्नोर करने की कोशिश करें। अपने आप को परेशानी वाली स्थितियों में फ।सने से बचे। वे सभी स्वास्थ्य को खराब करते हैं और आत्मा की महिमा को हर लेते हैं। सकारात्मक लोगों से बात करें और उनकी बात सुनें।

6ः- सबसे पहले धन का मोह त्याग दें। अपने आसपास के लोगों से जुड़ें, हंसें और बात करें। पैसा जीवित रहने के लिए बनाया जाता है, जीवन पैसे के लिए नहीं।

स्वास्थ्य संबंधी समस्याऐं
1ः- निमोनिया
निमोनिया और फ्लू भले ही पुराने रोग हैं, लेकिन वरिष्ठ नागरिकों में ये रोग बेहद आम होती है। वृद्ध लोगों के शरीर में, इन रोगों से लड़ने की क्षमता नहीं होती है। इसके टीकाकरण का ध्यान रखें।

2ः- श्वास से संबंधित रोग
65 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों में श्वसन संबंधी विकार जैसे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। यहां तक कि एक लंबे समय से सांस संबंधित रोग होने से निमोनिया और अन्य श्वसन संबंधी रोगों से ग्रसित होने का जोखिम, कई गुना तक बढ़ जाता है। ऐसे में फेफड़ों के कार्य परीक्षण के दौरान, सही औषधीय लेने या निर्देशानुसार ऑक्सीजन का उपयोग करने से, स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता की रक्षा करने में मदद मिल सकती है।

3ः- हड्डियों के रोग
50 से अधिक उम्र के वयस्कों में फ्रैक्चर या हड्डी टूटने का खतरा होता है। जो उनके जीवन की गुणवत्ता और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में नियमित स्वास्थ्य जांच के साथ जरूरी हैं भरपूर मात्रा में पोषक तत्वों का सेवन, जो हड्डियों के साथ ही पूरे स्वास्थ्य को बनाएं रखने में मदद कर सकती हैं।

4ः- मोटापा
मोटापा हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। ये सभी रोग जीवन की गुणवत्ता को, नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं।

5ः- ह्रदय रोग
आंकड़ों के अनुसार, हृदय रोग एक पुरानी रोग है। जो 26ः महिलाओं और 37 पर््थ्त्श्ज्ञत् पुरुषों को 65 या उससे अधिक उम्र में प्रभावित करती है। स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसे कारक हृदय रोग के विकास की संभावना को बढ़ाते हैं। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए नियमित शारीरिक गतिविधि करने के साथ ही संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। धूम्रपान बंद करने और वजन कम करने, जैसी अच्छी जीवनशैली की आदतों को अपनाएं।

Dr. (Vaid) Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
Kankhal Hardwar aapdeepak.hdr@gmail.com
9897902760

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