कनार्टका कोर्ट के बाद जागी रायपुर पुलिस, नोटिस भेजा
स्वामी गोविन्दानंद सरस्वती महाराज पर कवर्धा से रायपुर आते समय 18 जून को ट्रैफिक थाना टाटीबंध के पास 15 आरोपियों ने प्राणघातक हमला किया गया था, जिसमें स्वामी गोविन्दानंद के पैर फ्रैक्चर हो गए तथा वह गंभीर रूप से घायल हो गए। मामले में 30 अगस्त को आमानाका थाना में कवर्धा निवासी चंद्रप्रकाश उपाध्याय समेत 15 आरोपियों के खिलाफ धारा 143, 147, 149, 307, 504, 506 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। आमानाका थाना में पूर्व में एफआईआर दर्ज नहीं किए जाने पर कर्नाटक के विजयनगर जिला के हम्पी टुरिज्म थाना में 21 जुलाई को उक्त धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध कराया गया है। एफआईआर बालाप्पनवारा गुरुनाथ ने दर्ज कराई है।
इस संबंध में स्वामी गोविन्दानंद महाराज ने बताया कि वह 15 से 18 जून तक शास्त्रार्थ के लिए छत्तीसगढ़ के कवर्धा पहुंचे थे। बताते हैं कि जब शास्त्रार्थ के लिए स्वामी गोविन्दानंद मंच पर पहुंचे तो कुछ आरोपों के चलते विवाद की स्थिति बन गई। इस पर स्वामी गोविन्दानंद सरस्वती वहां से 18 जून को प्रोटोकाल के अनुसार कवर्धा से रायपुर होते दिल्ली जाने के लिए दोपहर में लगभग दोपहर 2 बजे निकले। दोपहर 2 बजे से दोपहर 3.40 बजे के बीच रास्ते में रायपुर क्षेत्र में चंद्रप्रकाश उपाध्याय अपने 15 सहयोगियों के साथ 4 वाहनों में आया और 4 वाहनों को प्रत्येक 4 किलोमीटर की दूरी पर सड़क के किनारे खड़ा कर दिया और स्वामी गोविन्दानंद पर हमला किया। इस हमले से बचकर स्वामी गोविन्दानंद वहां से पैदल भाग निकले। इस संबंध में उन्होंने 26 मई 2023 को शिकायत दर्ज करायी। आरोप है कि उनकी शिकायत को दबा लिया गया। उसके बाद कर्नाटका कोर्ट ने मामला रायपुर छत्तीसगढ़ के लिए रैफर कर दिया।
स्वामी गोविन्दानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद अधिकारी जागे और मामला DSP क्राइम ब्रांच रायपुर छत्तीसगढ़ को भेज दिया। गोविन्दानंद महाराज ने बताया कि उन्हें बयान के लिए DSP क्राइम ब्रांच ने नोटिस भेजा जिसके संबंध में उन्होंने बयान दर्ज कराते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरांनद को हमले का मास्टर मांइड बताया। बताया कि स्वामी अविमुक्तेश्वरांनद के इशारे पर ही उन पर हमला किया गया। वहीं पुलिस ने बयान के लिए स्वामी अविमुक्तेश्वरांनद को भी नोटिस भेजा है। अब क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच कर रही है। साथ ही अपने नाम के आगे शंकराचार्य लिखने पर भी स्वामी गोविन्दांनद सरस्वती महाराज कार्यवाही करेंगे।