हरिद्वार। पदभार ग्रहण करने के बाद सोमवार को पहली बार हरिद्वार पहुंचे डीजीपी उत्तराखण्ड अभिनव कुमार ने अधीनस्थों संग लंबी चर्चा की। इस दौरान उन्होंने देवभूमि को नशामुक्त प्रदेश बनाने के संकल्प को दोहराया। उन्होंने प्रदेश में अपराधियों पर सख्त कार्रवाई के साथ-साथ जनता में जागरूकता लाने के निर्देश दिए। इससे पूर्व डीजीपी के आगमन पर उन्हें सलामी दी गई। इसके पश्चात वह सीधे सीसीआर टावर पहुंचे जहां उन्होंने तैनात सभी ऑफिसर्स से उनका परिचय लिया।

मेला भवन में अधीनस्थों संग चर्चा करते हुए उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं गिनाई साथ ही कुछ स्पष्ट दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि मैं किस तरीके से काम चाहता हूं, आपसे क्या चाहिए और आपको मुझसे क्या चाहिए, ये स्पष्ट हो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि काम ऐसा करो कि जनता याद रखें। छोटी बड़ी किसी भी तरह की घटना की कानूनी प्रक्रियाएं समय रहते पूरी करें उसके लिए किसी के फोन का इंतजार न करें। पुलिस को दबंगई दिखाने वालो का प्रभावी रूप से इलाज होना चाहिए। क्राइम फील्ड में एक्टिव रहें और किसी भी घटना को छोटा समझ कर हल्के में न लें। जिम्मेदारी के साथ-साथ ईमानदारी से काम करें।

हरिद्वार जिले के लिए उन्होंने कहा कि यह राज्य के लिए फ्लैगशिप जिला है। जिस कारण यहां की गतिविधियों का राज्य के बाहर भी इफेक्ट पड़ता है और समाज में एक धारणा बनती है इस बात का आप लोगों को एहसास होना चाहिए। इसलिए आप
महिला संबंधी अपराधों पर सख्त रुख
महिला संबंधी अपराधों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि महिला संबंधी अपराधों व शिकायतों के प्रति बेहद संवेदनशील रहें। किसी प्रकार की कोई कोताही न बरतें। इसके साथ ही महिला कर्मियों से किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार या गलत व्यवहार की शिकायत मिली और जांच में सत्यता पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ड्रग्स,साईबर अपराध व ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर भी उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
पत्रकारों की सुरक्षा पर रखा फोकस
पत्रकारों की सुरक्षा पर उन्होंने कहा कि “पत्रकार हमारे समाज का अभिन्न अंग हैं, पत्रकारों से जुड़ा कोई मामला आने पर उसका त्वरित समाधान किया जाएगा।
बैठक में एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल, एसपी क्राइम/ट्रैफिक अजय गणपति कुंभार, एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एएसपी/सीओ लक्सर मनोज ठाकुर, एएसपी संचार विपिन कुमार समेत जनपद के सभी क्षेत्राधिकारी, सभी थानाध्यक्ष, सभी शाखा प्रभारी एवं अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।


