चक्कर आना या सिर घूमना या आंखों के सामने गोल गोल घूमती हुई दिखाई देने वाली स्तिथि का जानिए उपचार

कुछ देर बैठे रहने के बाद जब उठते हैं तो चक्कर आने लगते हैं और आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है। रोगी को लगता है कि उसके चारों तरफ की चीजें बडी तेजी से घूम रही हैं। चक्कर का एक कारण दिमाग में खून की पूर्ति कम हो जाना है। चक्कर आने के विस्तृत कारण हो सकते हैं जैसे:-

कान में संक्रमण होना, कान में मैल अधिक होने से डाट लग जाना, माईग्रेन, आंखों की समस्या, सिर की ताजा चोट, हृदय के रोग, अर्बुद, रक्ताल्पता, खून में केल्सियम का लेबल बिगड़ जाना आदि।

1:- नारियल का पानी रोज पीने से चक्कर आना बंद हो जाते हैं।
2:- खरबूजे के बीज की गिरी गाय के घी में भुन लें। इसे पीसकर रख लें। 5 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम लेने से चक्कर आने की समस्या से मुक्ति मिल जाती है।

3:- 15 ग्राम मुनक्का देशी घी में भुनकर उस पर सैंधा नमक बुरककर सोते समय खाने से चक्कर आने का रोग मिट जाता है।

4:- सूखा आंवला पीस लें। दस ग्राम आंवला चूर्ण और 10 ग्राम धनिया का पावडर एक गिलास पानी में डालकर रात को रख दें। सुबह अच्छी तरह मिलाकर छानकर पी जाएं, चक्कर आने में आशातीत लाभ होगा।

5:- अदरक लगभग 20 ग्राम की मात्रा में बारीक काटकर पानी में उबालें, आधा रह जाने पर छानकर पीयें। अदरक का रस भी इतना ही उपकारी है। सब्जी बनाने में भी अदरक का भरपूर उपयोग करें। चाय बनाने में अदरक का प्रयोग करें। अदरक किसी भी तरह खाएं चक्कर आने के रोग में आशातीत लाभकारी है।

6:- तुलसी के 20 पत्ते पीसकर शहद मिलाकर चाटने से चक्कर आने की समस्या काफी हद तक नियंत्रण में आ जाती है।

7:- 10 ग्राम गेहूं, 5 ग्राम पोस्तदाना, 7 नग बादाम, 7 नग कद्दू के बीज लेकर थोडे से पानी के साथ पीसकर इनका पेस्ट बनालें। अब कढाई में थोडा सा गाय का घी गरम करें और इसमें 2-3 नग लोंग पीसकर डाल दें। अब बनाया हुआ पेस्ट इसमें डालकर एक मिनट आंच दें। इस मिश्रण को एक गिलास दूध में घोलकर पियें। चक्कर आने में असरदार स्वादिष्ट नुस्खा है।

8:- चाय, काफी और तली, गली मसालेदार चीजों से परहेज करना आवश्यक है। इनके उपयोग से चक्कर आने की तकलीफ में इजाफा होता है।

9:- कभी-कभी नमक की मात्रा शरीर में कम होने पर भी चक्कर आने लगते हैं। आलू की नमकीन चिप्स खाने से लाभ होता देखा गया है।

10:- जब चक्कर आने का हमला हुआ हो, बर्फ के समान ठंडा पानी 3 गिलास पीने से भी तुरंत राहत मिलती है।

11:- चक्कर आने की तकलीफ में रोगी को आहिस्ता घूमना चाहिये। तेज चलने से गिरकर चोंट लगने की संभावना रहती है। आहिस्ता चलने से वर्टिगो का प्रभाव कम हो जाता है।

12:- अचानक चक्कर आने पर सबसे बढिया बात यह है कि लेट जाएं। चित्त लेटना उचित नहीं है। साइड से लेटें और सिर के नीचे तकिया अवश्य लगाएं।
13:- अगर विडियो गेम्स की वजह से चक्कर आते हो तो यह रुचि नियंत्रित करें।

14:- अनुलोम-विलोम प्राणायाम से चक्कर आने की व्याधि से हमेशा के लिये छुटकारा मिल जाता है।

Dr. (Vaid) Deepak Kumar

Adarsh Ayurvedic Pharmacy

Kankhal Hardwar, aapdeepak.hdr@gmail.com

9897902760

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