शिकायत के बाद भी नहीं हुआ एक्शन, कार्य जारी
हरिद्वार। धर्मनगरी के एक आश्रम में अवैध निर्माण के खिलाफ आश्रम के ही एक संत ने हरिद्वार-रूडकी विकास प्राधिकरण में शिकायत की। शिकायती पत्र में निर्माण कार्यों पर रोक लगाए जाने की मांग की।
भोला गिरि रोड हरिद्वार स्थित भोलानन्द सन्यास आश्रम के महंत स्वामी सुप्रकाशानन्द गिरि ने प्राधिकरण में शिकायती पत्र देकर बताया कि उक्त आश्रम गंगा की 25 मीटर की परिधि में स्थित है, जिसमें तेजस्वानंद गिरि शिष्य स्वामी ज्योर्मियानन्द गिरि व महन्त दिगम्बर राज गिरि खुद को आश्रम का प्रबन्धक व महन्त बताते हुए आश्रम में तोड़फोड़ कर रहे हैं, जबकि उक्त निर्माण के लिए प्राधिकरण से कोई भी मानचित्र पास नहीं कराया गया। इसके साथ ही बिना स्वीकृति के आश्रम में खुले में गड्ढे खोदकर पिलर्स का निर्माण कराना शुरू कर दिया है।
प्राधिकरण के सचिव अंशुल सिंह को शिकायती पत्र देते हुए सुप्रकाशानन्द गिरि ने आश्रम में कराए जा रहे उक्त निर्माण कार्य को तत्काल रुकवाए जाने की मांग की है।
विदित है कि शासनादेश के तहत गंगा जी से 200 मीटर के भीतर कोई भी निर्माण कार्य नहीं कराया जा सकता है। बावजूद प्राधिकरण की नाक के नीचे इस तरह के निर्माण कराया जाना हरिद्वार-रूडकी विकास प्राधिकरण) की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है।