हरिद्वार। कुंभ में हुए भ्रष्टाचार की परतें अब स्वंय खुलने लगीं हैं। पहले कोविड टेस्ट घोटाला सामने आया, अब निर्माण कार्यों में हुए भ्रष्टाचार की हकीकत सामने आ रही है। कुंभ 2021 को समाप्त हुए अभी 3 महीने भी नहीं हुए हैं कि गंगा तट पर बने घाटों की हकीकत सामने आने लगी है। सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज के आश्रम के सामने बना भगत सिंह घाट ढह गया। यह घाट करीब 2 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया था, जो भारी बारिश में धराशायी हो गया।

बता दें कि इस घाट का निर्माण सिंचाई विभाग की ओर से किया गया था। यह घाट इसलिए भी अहम है क्योंकि, यह घाट सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज के आश्रम के ठीक सामने बना है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिंचाई विभाग की ओर से महाकुंभ में किस तरह से कार्य किए गए हैं, जो 3 महीने भी नहीं टिक पा रहे हैं। इस मामले में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता डीके सिंह ने कहा कि बारिश के कारण घाट के किनारे पानी भरने से सड़क का हिस्सा गिरा है। जिसे ठीक कराने के आदेश दे दिए गए हैं।