खेल राष्ट्रीय एकता के प्रतीकः यतीश्वरानंद
हरिद्वार। डायनेमिक स्पोर्ट्स अकैडमी मिस्सरपुर ने राष्ट्रीय खेल दिवस समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर खेल प्रेमियों ने हॉकी के जादूगर ध्यानचंद को याद किया। उनकी स्मृति में हर साल राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद महाराज ने विभिन्न खेलों में अपनी सेवाएं देने वाले 9 खिलाडि़यों को अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। समारोह में पिछले एक दशक से लड़कियों को आत्म सुरक्षा का प्रशिक्षण देने वाली नेशनल वुशु कोच आरती सैनी को सामाजिक संस्था जन अधिकार अभियान की ओर से लाइव अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया। मुख्य अतिथि ने उन्हें शॉल, अंग वस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट किया।
मुख्य अतिथि स्वामी यतीश्वरानंद महाराज ने कहा कि जीवन में खेलों का विशेष महत्व है। खेल राष्ट्रीय एकता के प्रतीक है। खेलों से जहां मनुष्य का स्वास्थ्य ठीक रहता है वहीं उन्हें खेल समाज से जोड़ते हैं और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें पहचान दिलाते हैं।
उन्होंने कहा कि खेलों का ग्रामीण क्षेत्रों में विकास होना चाहिए और ग्रामीण परिवेश के खिलाडि़यों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उस क्षेत्र में डायनेमिक स्पोर्ट्स अकैडमी और डिस्टिक वुशु एसोसिएशन अच्छा कार्य कर रही है। इस अवसर पर डिस्टिक वुशु एसोसिएशन आरती सैनी ने अतिथियों का आभार जताया।
इस अवसर पर विजय खड़का (मार्शल आर्ट वुशु, देहरादून), प्रकाश जोशी (क्रिकेट, हरिद्वार), विपिन (मार्शल आर्ट, रुड़की), भारत भूषण (एथलीट्स, हरिद्वार), विपिन शाह (खेल शिक्षक, डीएवी, जगजीतपुर), संजय चौहान ( बास्केटबॉल हरिद्वार), विनोद कुमार (खेल शिक्षक, श्री चंद्र भगवान इंटर कॉलेज शाहपुर, हरिद्वार), संदीप सैनी (फुटबॉल, हरिद्वार) एवं अमित कुमार (आचार्यकुलम,हरिद्वार) को अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर डॉ. हरिराम आर्य इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य अरविंद कुमार शर्मा, कमला जोशी, रश्मि चौहान, नगर पालिका हरिद्वार के पूर्व अध्यक्ष कमल जोरा, अमित कुमार सैनी, मयंक चौहान, पूर्व प्रधान रविंद्र कुमार सैनी, संदीप शर्मा, नितिन राणा, दिनेश कश्यप, इशू, गौरव कश्यप, ईशा सैनी, इशिका शर्मा, तुषार गौतम, अभिनव कुमार सैनी, मिथिलेश शर्मा, सुनीता, पूनम, लवकुश, शिवांश, नमन चौहान, प्रदीप चौहान, कातिक शर्मा आदि उपस्थित थे।