हरिद्वार। अखिल भारतीय श्री धर्म रक्षा सेना के राष्ट्रीय संयोजक जानकीशरण अग्रवाल ने प्रेस का जारी एक बयान में कहाकि श्री रामभद्राचार्य महाराज ने जो कहा है उस बात को वह बहुत पहले उठा चुके हैं, कि स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का देवलोक गमन स्वाभाविक नहीं है। इस मामले में तथाकथित शंकराचार्यों के षड्यंत्र की सरकार को जांच करनी चाहिए।
उन्होंने कहाकि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री प्रकरण में एक षड्यंत्र के तहत तथाकथित शंकराचार्यों ने रणनीति के तहत एक ने विरोध किया तो दूसरे ने बागेश्वर धाम का समर्थन किया है। उन्होंने तथाकथित शंकराचार्यों और उनके सचिव से सवाल पूछते हुए कहाकि क्या स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज की अकाल मृत्यु हुई है? यदि नहीं तो फिर नारायण बलि पूजा क्यों करायी गई। कहाकि नारायण बलि पूजा अकाल मृत्यु में की जाती है, ऐसा शास्त्रों और पुराणों में लिखा है। संतों की तेरहवीं नहीं उनकी षोडशी होती है। सरकार को इसकी भी जांच करनी चाहिए कि स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का स्वास्थ्य ठीक न होने के बावजूद भी उनका चातुर्मास जंगल में क्यों कराया जा रहा था?