भांजे शिवांनद के खिलाफ दर्ज करायी प्राथमिकी, लगाए कई संगीन आरोप
हरिद्वार। गुरु पर काम वासना में डूबे रहने के आरोप लगाने के बाद अब चेले का मामा ही गुरु की ढ़ाल बनकर सामने आया है। चेला शिवानंद ब्रह्मचारी के मामा कमलेश भाई ने अपने ही भांजे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आरोपों को जहां गलत बताया वहीं कई गंभीर आरोप अपने भांजे पर ही लगाए हैं। जिसके बाद से मामले में नया मोड़ आने के साथ मामला तूल पकड़ गया है।
बता दें कि पूर्व में अग्नि अखाड़े के श्रीमहंत मुक्तानंद बापू पर उनके शिष्य स्वामी शिवांनद ने अपने शिष्यों संग निजी सेवा करवाने के आरोप लगाए थे। जिसके संबंध में उन्होंने शपथ देते हुए नाराको टेस्ट की मांग की थी। उसके बाद वामी मुक्तानंद बापू के आश्रम में रहने वाले स्वामी शिवानंद के मामा कमलेश भाई ने आरोपों को निराधार बताते हुए अपने ही भांजे पर आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है। प्राथमिकी के मुताबिक कमलेश भाई ने आरोप लगाया की शिवानंद ब्रह्मचारी विद्या अध्ययन काल से ही गलत संगत में पड़ गया था। चोरी व धमकी देने का भी यह कार्य करता था। उन्होंने कहाकि एक वर्ष पूर्व भगवाधारण कर शिवानंद तापड़ा स्थित आश्रम में आया तथा यह किसी का भी शिष्य नहीं है।
वहीं दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि पूर्व में मध्य प्रदेश में नर्मदा किनारे जब बाघड़ी संगम आश्रम पर मुक्मानंद बापू द्वारा कब्जा किया था। उस समय उसकी व्यवस्था शिवानंद ब्रह्मचारी को दी गयी थी तथा अपना शिष्य बताया था। यदि शिवानंद ब्रह्मचारी चोर व उच्चका था तो बाघड़ी संगम आश्रम का व्यवस्थापक उसे क्यों बनाया गया था। अपना खुद का समय खराब आने पर ये शिष्य बताने तक से पल्ला झाड लेने का कार्य करते हैं। ऐसे लोगों को अपने शिष्यों की सूची जारी करनी चाहिए।