हरिद्वार। गंगा सभा के चुनावों का दौर प्रारंभ हो चुका है। हरिद्वार के सबसे प्राचीन 106 वर्षों के इतिहास को समेटे हुए तथा हजारों वर्षों से तीर्थ पुरहितों के धड़े इस समाज को विशेष बनाते हैं। जिनकी स्थापना हजारों वर्षों पूर्व हुए थी। सभी तीर्थ पुरोहित हरिद्वार के मूल निवासी हैं। इनका चुनाव भी विशेष होता है।
महामना पं. मदनमोहन मालवीय द्वारा स्थापित श्री गंगा सभा के वर्तमान में महामंत्री तन्मय वशिष्ठ हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बार भी चुनाव में वे महामंत्री पद के लिए चुनाव मैदान में उतरेंगे। उनके ही धड़े के नितिन गौतम अध्यक्ष के लिए मैदान में खड़े होंगे। इस धड़े में सभापति के लिय यतींद्र सिखौला का नाम सबसे आगे है। दूसरे धड़े में महामंत्री के लिए वीरेंद्र श्रीकुंज का नाम सबसे आगे है। अध्यक्ष श्रीकांत वशिष्ठ और वर्तमान अध्यक्ष प्रदीप झा दोनों में से एक इस बार चुनाव लड़ेगा।
सूत्रों के मुताबिक इस धड़े से सभापति राम कुमार मिश्रा होंगे। इस धड़े की दूसरी टीम में सचिन लूटिए, प्रतीक मिश्रपुरी व सौरव सिखौला का नाम भी चर्चा में है। क्योंकि प्रतीक मिश्रपुरी चुनाव लडना नहीं चाहते हैं इसलिए 99 प्रतिशत टीम ही चुनाव में जायेगी।
ये चुनाव जहां पहले बहुत ही आसान माना जा रहा था, परंतु वीरेंद्र श्रीकुंज, श्रीकांत वशिष्ठ, रामकुमार मिश्रा धड़े के साथ आने के कारण चुनाव इस बार पलटा नजर आ रहा है। जनवरी में होने वाले इस चुनाव में पूरा साज भाग लेगा। चुनाव आयोग ने समाज की जनगणना का कार्य लगभग पूरा कर लिया है। चुनाव में लिए रणनीति अभी से तैयार होने लगी है। इस कोई अपनी बिसात बिछाने में जुआ है। अब यह समय ही बताएगा की मां गंगा की कृपा से किस के सिर पर जीत का ताज सजता है और किसको अगली बार के लिए इंतजार करना पड़ता है।


