हरिद्वार। सिडकुल थाना क्षेत्र स्थित नवोदय नगर में एक निजी स्कूल के पीछे पड़ी सरकारी भूमि पर बनाए जा रहे शनिदेव के मंदिर का स्कूल के मालिक ने विरोध किया। इतना ही नहीं स्कूल मालिक और उसके लड़के ने कई लोगों पर लाठी-डंडों से हमला भी कर दिया। इस मामले में रविवार को लोगों ने स्कूल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए एसडीएम कार्यालय का घेराव किया। बवाल बढ़ता देख भारी संख्या में पुलिस बल के साथ एसडीएम भी लोगों के बीच पहुंचे। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद जाकर कहीं मामला शांत हुआ।
बता दें नवोदय नगर में ऑक्सफोर्ड स्कूल है। स्कूल की बाउंड्री के पीछे कुछ भूमि खाली पड़ी हुई है। सरकारी भूमि होने के कारण इस पर आज तक किसी तरह का कोई निर्माण नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय से इस भूमि पर कुछ लोगों ने एक पीपल का पेड़ लगाकर पूजा करना शुरू कर दिया। अब इस जगह पर शनि भगवान का मंदिर बनाया जा रहा था। शनिवार शाम ऑक्सफोर्ड स्कूल के मालिक का बेटा अपने कुछ समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचा। उसने मंदिर वाले स्थान पर एकत्र हुए लोगों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। मारपीट करने के बाद सभी मौके से फरार हो गए। इस बात से गुस्साए इलाके के सैकड़ों लोग रविवार दोपहर बाद कलेक्ट्रेट स्थित एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां लोगों ने जमकर हंगामा किया। गुस्साए लोग सड़कों पर भी जुलूस निकालते हुए स्कूल मालिक और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों के गुस्से के कारण भारी संख्या में पुलिस बल को कलेक्ट्रेट पर तैनात किया गया। लोगों की बात को सुनने के लिए एसडीएम पूरण सिंह राणा, थानाध्यक्ष लोगों के बीच पहुंचे। इस मामले में सिडकुल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पीडि़त अभिषेक का कहना है कि शनिवार शाम स्थानीय लोग ऑक्सफोर्ड स्कूल के पीछे स्थित नाले पर एकत्रित हुए थे। वहां पर लोग शनिदेव का मंदिर बनाना चाहते थे। लेकिन अरविंद चौहान मौके पर आकर उस काम को रुकवा दिया। शाम 6 बजे के करीब जब वह वापस आए तो वहां पर स्थानीय पार्षद और अन्य लोग भी खड़े थे। इसी दौरान अरविंद चौहान का बेटा शिवांग चौहान अपने कुछ साथियों के साथ वहां पर आया। उसने लाठी-डंडों और रॉड से हमला कर दिया। जिसमें चोटें भी आई हैं। स्थानीय पार्षद को भी गालियां दी गई। जिसके बाद उन्हें सिडकुल थाने में भी पुलिस ने 4 घंटे तक बैठाए रखा, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं।
एसडीएम पूरन सिंह राणा का कहना है कि किसी को भी मनमानी करने की अनुमति नहीं दी गई है। जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ जरूरी कार्रवाई निश्चित की जाएगी। स्थानीय पार्षद द्वारा जब इस मामले में तहरीर दी जाएगी तो उसमें भी मुकदमा कायम किया जाएगा।