हरिद्वार। दो पक्षों में शुरू हुआ जमीनी विवाद कभी भी खूनी रूप अख्तियार कर सकता है। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन मामले में तहरीर देने के बाद भी चुप्पी साधे हुए है।
विदित हो कि विगत शनिवार को जगजीतपुर स्थित एक भूखण्ड को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था। हालांकि विवाद करीब दो माह पूर्व शुरू हुआ था, जिसके बाद दोनों पक्षों में सुलह हो गयी थी।
बता दें कि रेणू गोयल पत्नी रामप्रकाश गोयल निवासी कनखल से जमीन के एक हिस्से एक बीघा का सौदा आशीष शर्मा ऊर्फ टुल्ली निवासी कनखल के साथ हुआ था। जिसकी रजिस्ट्री कराने जब रेणू शर्मा अपने पति रामप्रकाश के साथ रजिस्ट्री कार्यालय पहुंची तो देर शाम सात बजे तक सरवर डाउन होने की बात कहकर उन्हें बैठाए रखा।
जैसे ही रामप्रकाश लघुशंका के लिए रजिस्ट्री कार्यालय से बाहर गए तो धोखाधड़ी कर आशीष शर्मा ने अपूर्व वालिया ऊर्फ अप्पू वालिया के नाम रजिस्ट्री करवा दी जिस पर उपदेश चौधरी ने अपनी गवाही दी। साथ ही धोखे से तीन बीघा जमीन के दान के कागजात तैयार कर उन पर भी हस्ताक्षर व अंगूठा आदि लगवा लिए। साथ ही आशीष शर्मा ने करीब 1 करोड़ 15 लाख रुपये के चैक रामप्रकाश को दिए, जो अनादृत हो गए। दान में भूमि लिखवाने का तीन दिन बाद रामप्रकाश को पता चला। जिस पर विवाद होने पर दूसरे पक्ष ने माफी मांग ली और दोेनों पक्षों के बीच समझौता हो गया।
समझौता होने के बाद पैसों को लेकर फिर से विवाद हुआ। जिसमें कनखल के एक भाजपा नेता व रियल स्टेट कारोबारी ने समझौता करवाया। समझौता होने के बाद विगत शनिवार को फिर से विवाद हो गया। भूखण्ड पर विवाद निपटाने के लिए बुलाने पर रेणू गोयल अपने पति रामप्रकाश के साथ मौके पर पहुंची। जहां उक्त तीनों ने गोली मारकर हत्या करने की धमकी रेणू गोयल व रामप्रकाश को दी। जिसकी तहरीर रामप्रकाश ने कनखल पुलिस को दी। तहरीर के बाद पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। जबकि रामप्रकाश गोयल का कहना है कि उनकी जान को खतरा बना हुआ है। उनके व उनकी पत्नी के साथ कभी भी अप्रिय घटना को अंजाम दिया जा सकता है।


