श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर व शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने एक पुरानी वीडियो के आधार पर दर्ज हुए मुकदमंे को अपने विरुद्ध एक षड्यंत्र करार देते हुए अंतिम सांस तक लड़ने की शपथ ली।
उन्होंने कहा कि गाजियाबाद पुलिस और प्रशासन राजनैतिक षडयंत्र में फंसकर जिहादियों को खुश करने के लिये मेरी हत्या करवाने का प्रयास कर रहा है, ताकि इस्लामिक जिहाद के विरुद्ध लड़ने वाली विश्व की सबसे मजबूत आवाज को कुचला जा सके। गाजियाबाद पुलिस और प्रशासन को समझना चाहिये कि यह वीडियो बहुत पुरानी और उत्तर प्रदेश से बाहर की है। इस पर यदि दंगे होने होते तो अभी तक हो चुके होते। इतनी पुरानी वीडियो पर मुकदमा दर्ज होना किसी गहन षड्यंत्र की ओर इशारा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार वास्तव में राष्ट्रवादी है तो समूल हिन्दू विनाश की गांधी की योजनाओं पर एक गम्भीर शोध करवाया जाना चाहिये। इस शोध के उपरांत गांधी पर करोड़ों निर्दोष हिन्दुओं की हत्या का मुकदमा चलाया जाना चाहिये, ताकि उन निर्दोष हिन्दुआंे को न्याय मिल सके जो केवल इसलिये अपने प्राणों से हाथ धो बैठे की उन्होंने गांधी पर भरोसा किया था। उन्होंने कहाकि आज भारत के युवाआंें को गांधी के बारे में डॉ भीमराव अंबेडकर के विचारों को पढ़ना चाहिए, ताकि वो सच को पहचानने के योग्य बन सकंे। नरसिंहानंद गिरि ने कहाकि वर्तमान में गांधी को भी मोहम्मद बनाने को कोशिश की जा रही है। जिस तरह मोहम्मद के बारे में सच बोलने पर इस्लामिक जिहाद सर काट देते हैं, उसी प्रकार गांधी के बारे में सच बोलने पर जेल भेजा जा रहा है, परन्तु सम्पूर्ण विश्व ये जान ले कि हम ना तो गर्दन कटवाने से डरेंगे और ना ही जेल जाने से। हम अपनी अंतिम सांस तक सत्य बोलते रहेंगे और धर्म के लिये लड़ते रहेंगे।