कोरोना काल के 2 साल बाद आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियां जोरों पर है। कांवडि़यों के आने का सिलसिला आरम्भ हो चुका है। गुरुवार से कांवड़ यात्रा का विधिवत शुभारम्भ हो जाएगा। वहीं, कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले उत्तराखंड सरकार ने यू-टर्न ले लिया है। बता दें कि इस बार कांवड़ यात्रा को लेकर पहली बार अनिवार्य रजिस्ट्रेशन की घोषणा की गई थी। लेकिन अब सरकार ने यू-टर्न लेते हुए फिलहाल कांवड़ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता खत्म कर दी है।
सावन के पहले सप्ताह में 14 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होनी है। कानून व्यवस्था और सुरक्षा कारणों के चलते पहली बार कांवड़ यात्रियों के लिए ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की गई है। हालांकि इसकी अनिवार्यता फिलहाल नहीं रखी गई है। यही कारण है कि अभी तक मात्र ढाई हजार से कुछ अधिक श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है। बताया जा रहा की यह संख्या अगले 24 से 48 घंटों में रफ्तार पकड़ेगी।
उत्तराखंड डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि, कांवड़ मेले में सुरक्षा की कोई चूक बरदाश्त नहीं होगी। पिछले दिनों सभी पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों के साथ सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की गई थी। इस बार भी आतंकरोधी दस्ते के कमांडो तैनात होंगे। भीड़ नियंत्रण के लिए घुड़सवार बल को भी तैनात किया जाएगा।