हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और बाघम्बरी मठ के श्रीमहंत नरेन्द्र गिरि की का रहस्य भले ही अभी न खुल पाया हो, किन्तु उनके जीवन की कई परतें दिन प्रतिदिन खुलकर सामने आने लगी हैं। अब नरेन्द्र गिरि से पैसे लेने वालों की फेहरिस्त लम्बी होती जा रही है।
अखाड़ा सूत्रों के मुताबिक बीते रोज कुछ लोग नरेन्द्र गिरि के ऊपर अपनी लेनदारी लेने के लिए बाघम्बरी गद्दी पहुंचे। जिनकी कुल रकम सूत्रों के मुताबिक 60 करोड़ रुपये बतायी गयी है। 60 करोड़ की रकम सुनने के बाद सूत्र बताते हैं कि अखाड़े ने लेनेदारों से अपना पल्ला झाड़ लिया। उनका कहना है कि इस लेनदेन से अखाड़े का कोई वास्ता नहीं है। जिसने रकम ली थी उसी से वसूल करो। यह तो प्रयागराज की रकम सामने आयी। कुछ ऐसे भी हैं जो जांच के कारण अपनी रकम को मांगने से गुरेज कर रहे हैं। वहीं हरिद्वार की रकम को भी जोड़ लिया जाए तो उधारी की रकम का आंकड़ा 150 करोड़ के करीब तक पहुंच सकता है। अब महंत तो स्वर्ग सिधार गए किन्तु जिनकी रकम लेकर वे गए उन्हें जीते जी नरक में पहुंचाने का काम कर गए।