जानिए, वात, पित्त और कफ दोष के असंतुलन से उत्पन्न होने वाले रोग

यहां वात, पित्त और कफ दोष के असंतुलन से उत्पन्न होने वाले रोगों की सूची और उनके आयुर्वेदिक उपचार दिए गए हैं। यह जानकारी शास्त्रों (चरक संहिता, सुश्रुत संहिता आदि) पर आधारित है और सरल भाषा में प्रस्तुत की गई है।

1:- वात दोष से उत्पन्न रोग व उपचार

प्रमुख रोग:-
जोड़ों का दर्द (आमवात, संधिवात)
तंत्रिका विकार (साईटिका, लकवा)
कब्ज, गैस, पेट फूलना, अनिद्रा, चिंता, डिप्रेशन, थकावट, शरीर में कंपकंपी।

आयुर्वेदिक औषधियां व उपाय:-

महारास्नादि कषाय: वात नाशक है
मनोहर बूंद (रामफल वटी): जोड़ों के दर्द में उपयोगी
अश्वगंधा चूर्ण: बलवर्धक और मानसिक शांति के लिए
दशमूल क्वाथ, दशमूल घन वटी: वात हर, दर्द निवारक
अभ्यंग (तेल मालिश): नारायणी तेल या महामाष तेल से

अनुशंसा:-
नियमित भोजन, समय पर सोना और ज्यादा ठंडी चीजों से परहेज।

2:- पित्त दोष से उत्पन्न रोग व उपचार

प्रमुख रोग:-
एसिडिटी, उल्टी, खट्टी डकार, त्वचा रोग (फुंसी, एलर्जी, सोरायसिस), आंखों की जलन, सिरदर्द, गुस्सा, चिड़चिड़ापन
लिवर रोग, पीलियां

आयुर्वेदिक औषधियां व उपाय:-

मनोहर भास्कर चूर्ण: पाचन सुधारक
रक्त विकार नाशक वटी: त्वचा रोग में लाभकारी
गिलोय सत्व: पित्त शमन हेतु
सितोपलादि चूर्ण: सांस और खांसी में पित्त संतुलन करता है
नीम, आँवला, त्रिफला: शीतल औषधियाँ

अनुशंसा:-
अधिक गर्म, खट्टे, तले-भुने पदार्थ से बचें। ठंडे, शीतल पेय जैसे नारियल पानी लें।

3:- कफ दोष से उत्पन्न रोग व उपचार

प्रमुख रोग:-

सर्दी, जुकाम, खांसी, बलगम, सांस फूलना, अस्थमा, मोटापा, डायबिटीज, आलस्य, अधिक नींद, शरीर में भारीपन, भूख की कमी।

आयुर्वेदिक औषधियां व उपाय:-

त्रिकटु चूर्ण: कफ हर और पाचनवर्धक
तुलसी, अदरक, काली मिर्च का काढ़ा या आदर्श पंचतुलसी ड्रॉप्स
श्वासआतक वटी: सांस रोगों में उपयोगी
पुष्करमूल चूर्ण: बलगम व हृदय रोगों के लिए
हिंग्वाष्टक चूर्ण: गैस व कफ दोष में लाभदायक

अनुशंसा:-
मीठा, दूध, दही, आलू और तले हुए भोजन से परहेज। गरम जल का सेवन करें।

एक सरल त्रिदोष जांच का संकेत:-

लक्षण संभावित दोष
शरीर में सूखापन, गैस, दर्द वात, जलन, प्यास, गुस्सा पित्त, भारीपन, आलस्य, बलगम

महत्वपूर्ण चिकित्सा सुझाव:-
दोषों की पहचान और आयुर्वेदाचार्य से परामर्श लेकर औषधियों का चयन करें।
स्वतः औषधि सेवन न करें। व्यक्ति की प्रकृति, उम्र, मौसम और जीवनशैली के अनुसार औषधि दी जानी चाहिए।

Dr. (Vaidhya) Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
Kankhal Hardwar
Website: – https://adarshayurvedicpharmacy.in/
Contact: – 9897902760

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *