हरिद्वार। फर्जी एफडीआर के जरिए सरकारी टेंडर हासिल करने के मामले में पांच सालों से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी शातिर अपराधी को पुलिस ने खतौली से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त के खिलाफ पुलिस ने सम्बन्धित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर कोर्ट मेें पेश किया, जहां से अभियुक्त को जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार एस के फर्म के भागीदार इस्तकार अली एवम कुंवर तस्सबुर अली के खिलाफ 16 जुलाई 2018 में एक मुकदमा लोक निर्माण विभाग लक्सर हरिद्वार के अधिशासी अभियंता सतवीर सिंह की ओर से दर्ज कराया गया था। जिसमंे बताया गया कि लक्सर क्षेत्र में सरकारी निर्माण कार्य को लेकर 7.31 लाख के फर्जी एफडीआर बनाकर टेंडर के लिए निवेदन किया गया। जिस पर विभाग द्वारा दस्तावेजों की जांच की गई तो फर्म द्वारा जारी दाखिल किए गए एफडीआर फर्जी पाए गए,जिसके आधार पर अधिशासी अभियंता द्वारा आरोपी इस्तकार अली एवम कुंवर तस्सबुर अली के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया गया।
पुलिस विवेचना के दौरान पता चला कि अभियुक्त इश्तेकार पूर्व में भी जेल जा चुका है। परंतु तस्सवुर अली लगातार पिछले चार-पांच वर्षों से फरार चल रहा था। अभियुक्त तस्सवुर अली के लगातार फरार रहने के कारण मुकदमा काफी समय से लंबित था जिस पर पुलिस मुख्यालय द्वारा कड़ा एक्शन लेते हुए टीम का गठन किया गया। शनिवार को उक्त टीम द्वारा अभियुक्त को मुजफ्फरनगर जिले के खतौली से गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त कुंवर तसव्वर अली पुत्र इंशाल्लाह निवासी ग्राम केली थाना दौराला जनपद मेरठ हाल निवासी आवास विकास कॉलोनी थाना खतौली मुजफ्फरनगर उप्र के बारे में पुलिस ने बताया कि 5 वर्षों से फरार तसव्वर अली पुलिस से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदल रहा था। अभियुक्त पर 25 हजार का इनाम भी रखा गया था। गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। जहा से उसे जेल भेज दिया गया।