हरिद्वार। फर्जीवाड़ा कर जमीन को बेचने वाले मास्टरमाइंड को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि आरोपी ने मृतक महिला के जमीन के फर्जी कागज बनाकर फर्जीवाड़ा कर जमीन किसी अन्य को बेच दी। इस फर्जीवाड़ा का साजिशकर्ता को हरिद्वार पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया। इस मामले पर कुछ दिनों पहले ही एक महिला की गिरफ्तारी पुलिस कर चुकी है।
मामले के तहत, पंजाब के अमृतसर निवासी रामप्यारी की लक्सर कोतवाली के रामपुर रायघटी गांव में करीब 200 बीघा जमीन है। महिला के पति और इकलौती बेटी की पहले ही मौत पहले ही हो गई थी। रामप्यारी की मौत भी 1989 में हुई। इस बीच कुछ लोगों ने फर्जीवाड़ा करते हुए अलग-अलग महिलाओं को रामप्यारी बताकर करीब 50 बीघा भूमि अलग-अलग लोगों को बेच दी। मामला उजागर होने के बाद महिला के परिजन जगमोहन विग निवासी लुधियाना की ओर से लक्सर कोतवाली में 9 आरोपियों के खिलाफ 19 जुलाई 2021 को मुकदमा दर्ज कराया गया। मामले की जांच का जिम्मा लक्सर कोतवाली के एसएसआई मनोज सिरौला को दिया गया। जांच के दौरान उन्होंने 6 जनवरी 2022 को 90 वर्षीय एक महिला अमर कौर निवासी ग्राम दीनारपुर थाना पथरी को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि अमर कौर को रामप्यारी बनाकर जमीन के बैनामे कराए गए।
एसएसआई मनोज सिरौला ने बताया कि इस पूरे फर्जीवाड़े में आरोपी गुरुचरण निवासी कनखल हरिद्वार का नाम मास्टरमाइंड के तौर पर सामने आया। उसने अपने साथियों संग मिलकर महिला की 50 बीघा भूमि का बैनामा केवल 8 लाख रुपए में कर दिया था। उसका एक साथी सुखपाल निवासी महाराजपुर खुर्द कोतवाली लक्सर भी फरार चल रहा था। दोनों की तलाश में पुलिस जुटी थी। इस दौरान दोनों को पुलिस ने उनके घर से दबिश देकर गिरफ्तार किया। एसएसआई मनोज सिरौला ने बताया कि पूछताछ व कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों को जेल भेज दिया है। फिलहाल, मामले में महावीर, अनिल, दर्शन दास, अर्जुन सिंह, अविरल चौहान, दिलीप पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।