हरिद्वार। सामाजिक कार्यकर्ता वासु सिंह एसएल 171, शिवलोक कॉलोनी भभूतावाला बाग रानीपुर हरिद्वार ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर जांच अधिकारी द्वारा अपंजीकृत, फर्जी मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य अपने पद का दुरूपयोग कर जांच को गुमराह कर अपने कर्तव्यों का निर्वहन न करने वाले जांच अधिकारी के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की मांग करने की मांग की है।

पत्र में वासू सिंह ने कहाकि लगातार शिकायती पत्रों के माध्यम से जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सभी उचित साक्ष्य संलग्न कर सूचित किया गया है कि मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट नामक एक संस्था वर्ष 1972 में तत्कालीन उपनिबंधक लखनऊ द्वारा पंजीकृत की गई थी, जिसका समय पर नवीनीकरण ना होने के कारण उक्त संस्था वर्ष 1977 से अपंजीकृत की श्रेणी में दर्ज चली आ रही है। वर्तमान में भी उक्त संस्था अपंजीकृत की श्रेणी में है, जिसका संचालन तथाकथित अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी,राजगिरी, अनिल शर्मा द्वारा किया जा रहा है।
कहाकि प्रार्थी को सूचना के अधिकार में प्रेषित सूचना में जांच अधिकारी अनिल चौहान (वरिष्ठ उप निरीक्षक कोतवाली नगर हरिद्वार) द्वारा यह कहा गया है कि मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के नाम से एक संस्था है, जो कि मंदिर से संबंधित कार्यों का संचालन करती चली आ रही है। वासू सिंह ने कहाकि शिकायती पत्रों में प्रार्थी द्वारा यह अनुरोध किया गया है कि काबिज ट्रस्ट अपंजीकृत की श्रेणी में है, जिसको श्री मां मनसा देवी मंदिर का संचालन करने का कोई अधिकार प्राप्त नहीं है। जांच अधिकारी द्वारा एक पक्ष की सुनवाई करते हुए जांच के विषयों से जांच को भटकाकर भ्रामक सूचना प्रेषित करते हुए अपराधियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कार्य किया जा रहा है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। कहाकि आज दिनांक तक भी जांच अधिकारी द्वारा काबिज ट्रस्ट से ट्रस्ट अस्तित्व में होने संबंधी प्रमाण नहीं लिए गए हैं और ना ही शिकायतकर्ता का पक्ष सुनकर शिकायतकर्ता का बयान दर्ज किया गया है।
वासू सिंह ने प्रकरण की गंभीरता को संज्ञान लेते हुए अपराधियांें को लाभ पहुंचाने वाले जांच अधिकारी के विरुद्ध विधिक कार्यवाही अमल में लाने के लिए संबंधित थाना कोतवाली को आदेशित करने की मांग की है। कहाकि उनके द्वारा दिए गए शिकायती पत्रों की पुनः जांच हेतु संबंधित थाना कोतवाली को आदेशित करें ताकि तथ्यों की निष्पक्ष रुप से जांच हो सके व जांच के आधार पर अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जा सके। इस पत्र की प्रति वासू सिंह ने पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड को भी प्रेषित की है।