हरिद्वार। देवबंद-रुड़की रेलवे लाईन में अधिग्रहित की गई भूमि का शेष मुआवजा न मिलने का भाकियू क्रांति ने विरोध किया है। भाकियू क्रांति ने इसके लिए आंदोलन करने और मंगलौर उप चुनाव का वहिष्कार करने की भी चेतावनी दी है। आरोप लगाया है कि जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते किसानों को उनका पैसा नहीं मिल पा रहा है। भाकियू ने रेलवे लाइन उद्घाटन के दौरान काले झंडे दिखाने की भी चेतावनी दी।
रुड़की मंडी समिति में पत्रकारों से वार्ता करते हुए भाकियू क्रांति के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास सैनी ने कहा कि रुड़की से झबरेड़ा होते हुए देवबंद जा रही रेलवे लाइन के लिए करीब सात वर्ष पूर्व केंद्र सरकार ने भूमि अधिग्रहित की थी, लेकिन 16 किसानों को उनकी भूमि का पूरा पैसा नहीं दिया गया, जिसके लिए किसान इधर से उधर भटकने को मजबूर हैं। बताया कि तीन करोड़ रुपए से अधिक की राशि अभी भी बकाया है।
भाकियू अध्यक्ष के मुताबिक रेलवे विभाग द्वारा जिलाधिकारी हरिद्वार को पत्र भेजकर मामले में जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है, लेकिन जिलाधिकारी ने रिपोर्ट नहीं दी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सप्ताह भर के अंदर अगर मुआवजा नहीं मिला तो किसान आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। इसके साथ ही मंगलौर उप चुनाव का विरोध किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि जिस दिन इस रेलवे लाइन का उद्घाटन होगा किसान काले झंडे दिखाएंगे।


