मुन्ना भाई गैंग पर एसटीएफ व हरिद्वार पुलिस का प्रहार, राष्ट्रीय स्तर के दो नकलची दबोचे

असिस्टेंट टीचर, एलटी पेपर सॉल्व करने बिहार से बुलाया गया था युवक


हरिद्वार।
एसटीएफ उत्तराखण्ड व हरिद्वार पुलिस ने मुन्ना भाई गैंग के दो नकलचियों को दबिश देकर गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपित विगत दिन हुई असिस्टेंट टीचर, एलटी की हुई परीक्षा में पेपर सॉल्व करने बिहार से हरिद्वार आया था। इसकी एसटीएफ को सूचना मिली। एसटीएफ व पुलिस ने जाल बिछाकर दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के मुताबिक सर्विलांस व मुखबिरों के जरिए एसटीएफ उत्तराखण्ड को सूचना मिली की सरकारी नौकरियों में फर्जी तरिके से भर्ती करवाने के मामले में पहले भी जेल जा चुके उधम सिंह अपने बिहार निवासी परिचित अनुपम कुमार से पेपर साल्व करवाता है। आरोपित 18 अगस्त को उत्तराखण्ड में होने जा रही असिस्टेंट टीचर,एलटी की परिक्षा में एसवीएम इण्टर कॉलेज हरिद्वार में पेपर देने आयेगा।


इस सूचना पर एसटीएफ उत्तराखण्ड देहरादून व थाना कोतवाली नगर हरिद्वार की संयुक्त टीम ने सम्बन्धित परीक्षा केन्द्र के इर्द-गिर्द मुखबिरों का जाल बिछाया। सूचना पर कारपेंटर की दुकान के पास से 02 संदिग्धों को दबोच लिया। संदिग्ध से नाम पता एवं परीक्षा केन्द्र के बाहर खडे होने का कारण पूछने पर पता चला की दोनों संदिग्ध क्रमशः उधम सिंह पुत्र सुखपाल सिह निवासी ग्राम चकबन्दी थाना सरधना जिला मेरठ उ.प्र. व अनुपम कुमार पुत्र बनारस प्रसाद निवासी निकट देवनारायण मार्केट ओम साई अस्पताल के पीछे मोहल्ला रामकृष्णा नगर थाना रामकृष्णानगर पटना बिहार थे। पूछताछ में ये भी पता चला कि कथित सॉल्वर को परीक्षा केन्द्र में जाकर अन्य परीक्षार्थी के बदले पेपर देना था, जिसके लिए पेपर देने के बाद 04 लाख व चयन होने के उपरान्त 12 लाख (कुल 16 लाख) लेने का सौदा तय हुआ था।


दोनों आरोपियों के मोबाईल फोन चैक करने पर अलग-अलग केन्द्रीय व राज्यीय परीक्षाओं के सम्बन्ध में परीक्षा कराने व सेन्टर नियोजित करने इत्यादि के सम्बन्ध में काफी चैटिंग प्राप्त हुई। आरोपी उधम सिंह ने अपने मोबाईल से परीक्षार्थी का प्रवेश पत्र व आधार कार्ड भी शेयर किया गया है।


बरामद साक्ष्यों के आधार पर दोनों आरोपियों के खिलाफ कोतवाली नगर में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों आरोपी पूर्व में भी फर्जी तरीके से भर्ती कराने के संबंध में थाना ब्रह्मपुरी जिला मेरठ उत्तर प्रदेश से 2023 में जेल गए थे, जो अभी फरवरी 2024 में जमानत में छूट कर बाहर आए हैं। पुलिस ने आरोपितों के पास से तीन मोबाइल व प्रतिरूपित प्रवेश पत्र बरामद किया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनका चालान कर दिया है।

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