हरिद्वार। किसान नेताओं द्वारा इकबालपुर शुगर मिल से हो रही समस्याओं को आज जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि को बताया गया। किसानो ंकी समस्याओं को सुनने के बाद महामण्डलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानंद गिरि महाराज ने किसानों की बात का समर्थन करते हुए कहा कि इकबालपुर शुगर मिल के मालिक किसानों और मजदूरों की चिंता ना करके किसानों के गन्ना पैसे से विदेशों में घूमते हैं। स्वामी यतींद्रानंद गिरी ने सरकार से मांग की कि मिल मालिकों के खिलाफ अपराधिक मुकदमा दर्ज हो तथा उनको जेलों में बंद किया जाए। किसानों का बकाया पैसा तुरंत भुगतान कराया जाए। कहाकि इकबालपुर शुगर मिल की बिगड़ती हुई हालत को देखते हुए सरकार इस मिल का अधिग्रहण करें तथा किसानों की सहकारिता समिति बनाकर किसानों के द्वारा इस मिल को चलाया जाये।
किसानों के हित में जो भी आंदोलन होगा जो भी आवाज उठेगी उसका समर्थन किया जाएगा। स्वामी यतींद्रानंद गिरि ने अभी तक मिल मालिकों के खिलाफ शासन और प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई ना करने पर नाराजगी भी जताई तथा इसे शासन-प्रशासन और मिल मालिकों के बीच की मिलीभगत बताया। कहाकि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी मिल मालिकों के खिलाफ आवाज उठाते नहीं दिख रहे। क्षेत्रीय विधायक हो चाहे क्षेत्रीय सांसद, केवल वोट मांगने के समय दिखाई दे जाते हैं। किसान मेहनत से फसल पैदा करता है पूरे उत्तर भारत में एकमात्र इकबालपुर शुगर मिल ही ऐसा है, जो समय पर किसानों का भुगतान नहीं करता तथा लंबे समय तक रुके हुए पैसे पर ब्याज तक नहीं देता है। इकबालपुर शुगर मिल के मालिकों की नीयत मिल को चलाने में नहीं है जिससे किसान और मजदूर शोषित और प्रताडि़त हो रहे हैं।
खानपुर क्षेत्र के विधायक उमेश शर्मा के इकबालपुर शुगर मिल मालिकों के खिलाफ धरना देने की बात का महामंडलेश्वर ने उसका समर्थन किया। उनका कहना है किसान और मजदूरों की बात किसी पार्टी विशेष की बात ना होकर यह समाज की बात है और सभी को एकजुट होकर किसानों और मजदूरों के हित में आगे आना चाहिए।
किसान मोर्चा के चंदन त्यागी के साथ राजकुमार कसाना, बृजमोहन त्यागी, विजय त्यागी, शिव कुमार प्रधान, योगेश त्यागी, राजपाल सिंह, प्रमोद कुमार, किसान यूनियन के तेजपाल सिंह, रामकुमार, प्रवीण चौधरी, किसान क्लब के चौधरी कटार सिंह, महावीर चौधरी, रफल सिंह, पवन कुमार, मांगेराम पंवार, पवन तोमर, भारतीय किसान संघ से विजय त्यागी सहित सैकड़ों स्थानीय किसान जीवनदीप आश्रम रुड़की पहुंचकर स्वामी यतींद्रानंद गिरि को इकबालपुर शुगर मिल से उत्पन्न समस्या से अवगत कराया।


