संतों का भी हो सत्यापन, व्यापार व अपराध में लिप्त संतों को किया जाए वहिष्कृत: आनन्द स्वरूप

हरिद्वार। कनखल थाना क्षेत्र में बीते रोत एक साध्वी से दुष्कर्म करने के आरोपित बाबा की गिरफ्तारी के बाद शाम्भवी पीठाधीश्वर स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे संत समाज के लिए कलंक बताया है। उन्होंने सभी संतों के वैरिफिकेशन की मांग की है।


स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहाकि समाज में ऐसे कृत्यांे को रोकने और संत समाज की गरिमा को बनाए रखने के लिए सरकार को सभी संतों का सत्यापन करना चाहिए। कहाकि जिस प्रकार से हरिद्वार पुलिस ने लोगों के घर-घर जाकर सत्यापन अभियान चलाया हुआ है, ठीक उसी प्रकार से भी प्रत्येक आश्रम-अखाड़े में जाकर संतों का सत्यापन करना चाहिए। कहाकि जो भगवा धारण कर प्रापर्टी डीलिंग, रियल स्टेट या अन्य किसी कारोबार में संलिप्त हैं तथा जिन पर पूर्व में मुकदमें दर्ज हैं और जो आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हैं उनको तत्काल संत समाज से बाहर किया जाना चाहिए।


स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहाकि आज अखाड़ा परिषद का कोई अस्तित्व शेष नहीं रह गया है। शंकराचार्यों का धर्म पर कोई नियंत्रण नहीं है। वे आज अपनी ही सत्ता बचाने में लगे हुए हैं। ऐसे में सरकार को सभी संतों का सत्यापन कराना चाहिए और जो संतों की मर्यादा के विरूद्ध आचरण करता पाया जाता है उसे कठोर दंड दिया जाना चाहिए। जिससे की संतों की वैभवशाली परम्परा को अक्षुण्ण रखा जा सके।

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