हरिद्वार। यूपी के इटावा में कथा वाचक के साथ हुई घटना के बाद से ब्राह्मणों को लेकर किए जा रहे लगातार हमले कोई संयोग नहीं, बल्कि सुनियोजित षडयंत्र है। टीवी डिबेट में कुछ पार्टी के प्रवक्ता केवल वोट बैंक के कारण ब्राह्मणों पर लगातार हमला कर रहे हैं। जिस प्रकार से अंग्रेजों ने भारत को कमजोर करने के लिए हिन्दुओं को कमजोर करने का कार्य किया, ठीक उसी प्रकार से अब यह कार्य कुछ पार्टी विशेष के नेता करने पर आमादा है।
शनिवार को वार्ता के दौरान शांभवी पीठाधीश्वर व काली सेना प्रमुख स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहाकि ब्राह्मणांे पर हमले सुनियोजित षडयंत्र हैं। यदि ब्राह्मणों का विरोध मुस्लिम करते तो देश में हिन्दू-मुस्लिम की लड़ाई होना तय था। इसलिए उन्होंने यूपी में सपा, बिहार में आरजेडी, तमिलनाडू में डीएमके व कर्नाटक में कांग्रेस को यह कार्य सौंप दिया है। कहाकि वैसे कांग्रेस का कोई खास वजूद रहा नहीं है। इसलिए वह भी छटपटा रही है।
स्वामी आनन्द स्वरूप ने कहाकि बिहार में सारिका पासवान व यूपी में सपा प्रवक्ता भाटी सुबह-शाम ब्राह्मणों को गाली देते नहीं थकते। जबकि सारिका पासवान तो अर्मादित भाषा का प्रयोग तक करती हैं। ऐसे में इसकी परिणति क्या होगी। उन्होंने कहाकि वर्तमान हालात हो देखते हुए अनारक्षित वर्ग यदि सावधान नहीं हुआ तो जातीय संघर्ष होना तय है। जिसके मूल में डा. अम्बेडकर हैं, जिन्हें अपने स्वार्थ के लिए अंग्रेजों ने आगे किया। उन्होंने कहाकि हमारी लड़ाई सभी से नहीं केवल अम्बेडकर की 22 प्रतिज्ञाओं को मानने वालों से है।