भिखारियों को बाबा कहकर सम्बोधन करने पर जतायी नाराजगी
हरिद्वार। श्री पंच शंभू आवाह्न अखाड़े के श्रीमहंत गोपाल गिरि महाराज ने भिखारियों को बाबा की संज्ञा देने पर एतराज जताया है। उन्होंने कहाकि आपरेशन कालनेमि के तहत भिखरियों को पकड़कर उन्हें बाबा कहकर संबोधित करना अनुचित है।
प्रेस को जारी बयान में श्रीमहंत गोपाल गिरि महाराज ने कहाकि जो बाबा कालनेमि बनकर घूम रहे हैं उने कोई कुछ नहीं बोल रहा है। कहाकि आपरेशन कालनेमि के तहत भिखारियों पर कार्यवाही करने की अपेक्षा प्रशासन को चाहिए की वह पहले आश्रमों की लिस्ट बनाए और वहां के प्रबन्धक, महन्त, कोठारी, पुजारी सबकी जांच की जाए। हरिद्वार में कालनेमियों की भरमार है।
कहाकि उक्त सभी का घर का स्थान, पिता-माता का नाम, पत्नि-बच्चों का विवरण होना अनिवार्य किया जाए। कहाकि यदि प्रशासन ऐसा करता है तो नकली नाम रखकर बाबा बनने वाले कालनेमि बड़ी संख्या में मिल जाएंगे। ऐसे ठगों को प्रशासन को सलाखों के पीछे भेजने का कार्य करना चाहिए।
श्रीमहंत गोपाल गिरि महाराज ने कहाकि जो मठ, मढ़ी, मन्दिर कब्जाने के लिये बाबा का रूप बनाकर साधुओं की हत्या कर मठ-मन्दिर में बैठे हुए हैं उनकी जांच होना आवश्यक है। उन्होंने कहाकि यदि सरकार वास्तव में आपरेशन कालनेमि को लेकर संजीदा है तो सही प्रकार से मठ-मंदिरों, आश्रमों में बैठे मठाधीशों व अन्य संतों की जांच करे। यदि सरकार ऐसा करती हैं तो कालनेमियों की एक बाढ़ सलाखों के पीछे होगी।
कहाकि हरिद्वार के ग्राम गाजीवाला, शेखुपुरा कनखल, जगजीतपुर, दक्ष रोड़, सन्यास मार्ग पर अनेक आश्रमों में कालनेमी बैठे हैं। जिनकी जांच किया जाना जरूरी है।