उत्तराखंड एसटीएफ ने चंपावत जनपद के देवीधुरा फॉरेस्ट रेंज से एक वन्य जीव तस्कर को दो लेपर्ड की खाल के साथ गिरफ्तार किया है। तस्कर इन खालों को बेचने की फिराक में जा रहा था। लेपर्ड की खालें दो-तीन वर्ष पुरानी लग रही हैं। कई अन्य लोगों के भी अपराध में शामिल होने की आशंका है। वन्य जीव तस्करी के विरुद्ध एक सप्ताह के अंदर एसटीएफ की यह दूसरी कार्रवाई है।
राज्य में वन्य जीव अंगों की अवैध तस्करी में लिप्त तस्करों की अवैध गतिविधियों की रोकथाम व धरपकड़ के लिए अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखंड एपी अंशुमान ने एसटीएफ को कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। एसटीएफ एसएसपी आयुष आग्रवाल के निर्देश पर एसटीएफ ने सात दिन के अंदर दो अलग-अलग जनपद से चार वन्य जीव तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दो हाथी दांत एवं दो लेपर्ड की खाल बरामद की है।
इस संबंध में एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि चंपावत जनपद में प्रभारी निरीक्षक एमपी सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ तथा चंपावत वन प्रभाग की संयुक्त टीम ने शुक्रवार की शाम कनवाड बैंड देवीधुरा वन रेंज क्षेत्र से एक वन्यजीव तस्कर आनंद गिरि (30) पुत्र महेश गिरि निवासी सूनकोट सेलाखेत थाना मुक्तेश्वर जनपद नैनीताल को दो लेपर्ड की खाल के साथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्कर लंबे समय से वन्य जीव अंगों की तस्करी में लिप्त था। चंपावत क्षेत्र से वन्यजीव अंगों की तस्करी का इनपुट एसटीएफ के पास आया था। एसटीएफ टीम गोपनीय रुप से कार्यवाही में जुटी थी। शुक्रवार को जब ये तस्कर खालों को किसी बाहर की पार्टी को बेचने के लिए निकला तो टीम ने उसे धर दबोचा।
पूछताछ के बाद स्पष्ट हो पाएगा कबकृकहांकृकैसे और किस जंगल में किया शिकार एसटीएफ एसएसपी ने बताया कि यह पूछताछ के बाद स्पष्ट हो पाएगा कि कब, कहां, कैसे और किस जंगल में शिकार की गई है। लेपर्ड जिसे वन्यजीव जन्तु संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची में रखा गया है इसका शिकार करना एक गंभीर अपराध है। पकड़े गए तस्करों के विरुद्ध देवीधुरा फॉरेस्ट रेंज में वन्यजीव अधिनियम (वाइल्ड लाइफ एक्ट) के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।
प्रभागीय वनाधिकारी रमेश चंद्र कांडपाल ने बताया कि शुक्रवार को उत्तराखंड एसटीएफ के जरिए वन्यजीव तस्करी की सूचना मिलने पर देवीधुरा फॉरेस्ट रेंज की टीम ने उत्तराखंड एसटीएफ के साथ कार्यवाही कर एक तस्कर को दो लेपर्ड स्किन के साथ देवाधुरा क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक पूछताछ में इसके और भी साथियों की भूमिका सामने आई है, जिस पर कार्यवाही की जाएगी। लेपर्ड की खालें दो-तीन वर्ष पुरानी लग रही हैं। गिरफ्तार तस्कर के विरूद्ध वन्यजीव संरक्षण अधिनियम में देवाधुरा रेंज में अभियोग पंजीकृत कराया गया है।