धूमधाम से मनाया गया सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का वार्षिकोत्सव
हरिद्वार। मिस्सरपुर स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोजित संत समागम के दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने कहा कि सिद्धेश्वर मंदिर में भगवान साक्षात प्रकट हुए हैं। इनकी आराधना सभी प्रकार के मनोरथों को पूरा करने वाली है। संतों ने समाज का मार्गदर्शन करने के साथ देश को एकता के सूत्र में बांधने में सदैव अहम भूमिका निभायी है। संतों के सानिध्य में आने वाले भक्त का कल्याण अवश्य होता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि और हरिद्वार संतों की नगरी है। संतों द्वारा हरिद्वार से प्रसारित आध्यात्मिक संदेशों से पूरी दुनिया को मार्गदर्शन प्राप्त होता है। सभी को धर्म व अध्यात्म के मार्ग पर चलते हुए मानव कल्याण में योगदान करना चाहिए।

मंदिर के परमाध्यक्ष महंत विनोद गिरी ऊर्फ हनुमान बाबा ने कहा कि भगवान सिद्धेश्वर कल्याणकारी है। इनकी आराधना करने से सभी प्रकार की सिद्धियां प्राप्त होती हैं। निर्मल जल के समान जीवन व्यतीत करने वाले संतों ने सदैव देश व समाज को नई दिशा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि स्वयं भू शिवलिंग सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन व पूजन के लिए आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं भगवान शिव पूरी करते हैं। उन्होंने कहाकि दिल्ली की एक बालिका को भगवान ने दर्शन देकर यहां अपने होने का प्रमाण दिया था। उसी के आधार पर खुदाई में भगवान प्रकट हुए। भगवान शिव की कृपा से कष्टों से मुक्ति मिलती है और परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है।

महंत सूर्यमोहन गिरी व स्वामी कृष्णानंद ने फूलमाला पहनाकर संत महापुरूषों का स्वागत किया। इस अवसर पर श्रीमहंत रामरतन गिरी, महंत सत्यम गिरी, महंत अखिलेश भारती, महंत देवगिरी, मणिराज पुरी, चंद्रमोहन गिरी, मनोज गिरी हरि शंकर गिरी, राघवेंद्र गिरी, शिव शंकर बाबा,स्वामी कृष्णानन्द, महंत अरूण दास, महंत जसविन्दर सिंह, महंत जरनैल सिंह, महंत गुरमीत सिंह, महंत रघुवीर दास, महंत सूरज दास, महंत बिहारी शरण, महंत अकित शरण सहित अनेक संत मौजूद रहे।