मंदिरों पर टैक्स लगाकर कांग्रेस ने साबित किया की वह सनातन विरोधी है
हरिद्वार। देवबंद स्थित दारूल उलूम द्वारा गजवा-ए-हिंद का फतवा जारी करना और कांग्रेस की राज्य सरकारों द्वारा मंदिरों पर टैक्स लगाना सनातन धर्म पर कड़ा प्रहार है। ऐसा कर मुस्लिम समाज व कांग्रेस ने अपना असली चेहरा दिखा दिया है कि वह कभी भी सनातनियों के नहीं थे और न ही होंगे। जिन धर्मनिरपेक्ष दलों को मुस्लिमों में अपना भाई व कांग्रेस पार्टी में अपना भविष्य सुरक्षित नजर आता है उनको इस बात पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
बता दें कि बीते रोज मुस्लिमों की प्रमुख धार्मिक संस्था दारुल उलूम देवबंद ने गजवा-ए-हिन्द का फतवा जारी किया है। साथ ही कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की सरकार ने हिन्दू मंदिरों की आया पर आयकर लगाकर अपनी मानसिंकता हो उजागर कर दिया है।’
इस संबंध में कांग्रेस और दारूल उलूम के बयानों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पत्रकारों से वार्ता के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक ंसंजय गुप्ता ने कहाकि कि यह देश को बांटने की बड़ी साजिश है। कहाकि अब तक मुस्लिम चोरी छिपके गजवा-ए-हिन्द योजना पर काम कर रहे थे, लेकिन दारुल उलूम देवबंद ने खुले रूप से इस फतवे को जायज माना। गजवा-ए-हिन्द मतलब हिंदुस्तान पर मुस्लिमों का शासन। कहाकि बार-बार संविधान की दुहाई देने वालों का इस फतवे के बाद चुप रहना उनकी सनातन विरोधी मानसिंकता को उजागर करता है। संजय गुप्ता ने कहाकि विपक्ष अब तक चिल्ला रहा है कि मोदी सरकार में संविधान खतरे में है, अब जबकि गजवा-ए-हिन्द का फतवा जारी कर दिया गया है, ऐसे में विपक्ष की चुप्पी इस बात का प्रमाण है की कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल सनातन विरोधी थे और हैं। अन्यथा देश में गजवा-ए-हिन्द की बात करने वालों के खिलाफ विपक्ष को आवाज उठानी चाहिए थी।
वहीं दूसरी ओर पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी द्वारा कर्नाटक विधानसभा में हिन्दू रिलीजियस इंस्टिट्यूशन एंड चैरिटी एक्ट पास करना हिन्दू विरोधी होने का पुख्ता प्रमाण है। कहाकि इस बिल में कांग्रेस सरकर ने पारित किया कि जिन मंदिरों को 10 लाख से 1 करोड़ तक आय है उन्हें 5 प्रतिशत टैक्स व जिन मंदिरों को 1 करोड़ से ऊपर आय है उन्हें 10 प्रतिशत टैक्स सरकार को देना होगा। कहाकि अब कांग्रेस सरकारें मंदिरों के चढ़ावे पर भी टैक्स वसूलने पर आमादा हो गई हैं। उन्होंने कहाकि कांग्रेस की मंसा सदैव हिन्दुओं को नीचा दिखाने और उन्हें दोयम दर्जे का साबित करने की रही है। कांग्रेस मुस्मिल तुष्टिकरण की नीति अपनाकर देश को बांटने का काम कर रही है, जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। साथ ही गजवा-ए-हिन्द का सपना देखने वालों के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होने दिए जाएंगे। उन्होंने कहाकि मां भारती का जब तक एक सपूत भी बाकी है, देश में गजवा-ए-हिन्द की कल्पना भी बेमानी है। ऐसी मानसिकता के लोगों को सरकार को जेल की सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए।