दो कोड़ी का बना दिया शंकराचार्य व महामंडलेश्वर पद : जानकीशरण

प्रयागराज। अखिल भारतीय श्री धर्म रक्षा सेना के राष्ट्रीय संयोजक जानकीशरण अग्रवाल ने कहा कि अभी तो कुछ मन्दिरों पर सरकार का नियंत्रण है। सनातन बोर्ड बनने के पश्चात् इसके दलाल सभी मठ मंदिरों का अधिग्रहण कर अपने दलालों को बैठाएंगे। फिर उसका शोषण करेंगे। सनातन धर्म संस्कृति को नष्ट कर देंगे।

प्रेस को जारी बयान में उन्होंने कहा कि आदिगुरु शंकराचार्य जी ने सनातन धर्म संस्कृति की रक्षा कर जो इसकी स्थापना की थी, उसमें राजनीतिक घुसपैठ के कारण वह पतन की ओर जा रही है। आज देश में न जाने कितने फर्जी शंकराचार्य घूम रहे हैं। धूर्त, पाखंडी, अपराधी साधु संत का वेश धारण कर रहे हैं। स्वयंभू शंकराचार्य बन रहे है।

कहा कि सनातन धर्म संस्कृति का सर्वोच्च पद शंकराचार्य पद को दो कौड़ी का बना दिया है। आज सनातन धर्म की बागडोर राजनेताओं के हाथ में है। एक पार्टी खुले आम घोषणा करती हैं कि हम सनातन धर्म संस्कृति को खत्म कर देंगे। वहीं दूसरी तरफ एक पार्टी बिना बोले ही सनातन धर्म संस्कृति को नष्ट करने में लगी है। यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है।

कहा कि ज्योतिष पीठ और द्वारका पीठ के मामले इस समय कोर्ट में है। ज्योतिष पीठ मामला में सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा रखी है। मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में लम्बित है। द्वारका पीठ पर अभी स्टे पर बहस बाकी है।

राष्ट्रीय संयोजक जानकीशरण अग्रवाल ने कहा कि श्रृंगेरी पीठ के आचार्य ने फर्जी स्वयंभू तथाकथित शंकराचार्य को समर्थन की कोशिश में अपनी पीठ की मर्यादा भंग की है। इस समय सनातन धर्म संस्कृति पर गहरा संकट उत्पन्न हो गया है।

कहा कि ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बना दिया गया है। महामंडलेश्वर जैसे पद के लिए कोई आचार संहिता नहीं है क्या ? वर्तमान में पूर्व से जो महामंडलेश्वर है वह भी उसी श्रेणी में आएंगे क्या ?

बेहतर होता की महामंडलेश्वर जैसी पदवी कुछ वर्ष साधु संन्यासियों की सेवा उनका सत्संग कर संन्यासी जीवन जिया होता और तब महामंडलेश्वर जैसे पद का ज्ञान के पश्चात् दायित्व दिया जाना चाहिए।

आदिगुरु शंकराचार्य जी द्वारा स्थापित सनातन धर्म संस्कृति रक्षा के लिए सभी हिंदुओं को आगे आना होगा।

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