हरिद्वार। आर्यनगर स्थित चंदन वाले पीर की मजार को लेकर सियासी घमासान जारी है। कुछ मजार तोड़े जाने का विरोध कर रहे हैं तो कुछ इस कार्यवाही को सही बता रहे हैं। मामले पर भले ही सियासत हो रही हो, किन्तु समूचे प्रदेश में अवैध मजार तोड़े जाने के आदेश उच्च न्यायालय के थे।
मजार तोड़े जाने के बाद कांग्रेस के जनपद के पांचों विधायकों व कुछ मुस्लिम नेताओं ने डीएम कार्यालय पर जाकर इस संबंध में विरोध भी जताया, किन्तु इसके खिलाफ कोई भी हिन्दूवादी संगठन या नेता ने विरोध दर्ज नहीं कराया। केवल भाजपा के पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने डीएम कार्यालय पहुंचकर मजार तोड़े जाने को सही करार देते हुए विरोध करने वालों के खिलाफ न्यायालय की अवमानना के तहत कार्यवाही करने की मांग की। ऐसा कर संजय गुप्ता ने अपनी कट्टर हिन्दूवादी छवि को कायम रखने का काम किया।
संजय गुप्ता की छवि कट्टर हिन्दूवादी नेता की रही है। जनपद में चाहे स्लाटर हाऊस खोले जाने का मामला हो सबसे पहले संजय गुप्ता ने ही उसका विरोध किया और अपनी ही सरकार के खिलाफ सदन में इस मुद्दे को उठाया। परिणाम यह हुआ की इस मामले को ठंडे बस्ते में डालना पड़ा।
तीर्थनगरी में अवैध रूप से रह रहे गैर हिन्दुओं के खिलाफ भी वे आवाज उठा चुके हैं। उनके विधायक रहते हुए लक्सर क्षेत्र में गैर हिन्दुओं द्वारा हिन्दू बच्चियों को शादी के लिए बाहर से लाए जाने पर केवल संजय गुप्ता ने ही इसके खिलाफ आवाज उठायी और सभी हिन्दू बच्चियों को उनके परिवार के पास भिजवाने का कार्य किया। इतना ही नहीं गौकशी पर उनके विधायक रहते हुए क्षेत्र में पूरी तरह से रोक रही। यही कारण है कि अब लोगों को रूझान संजय गुप्ता की ओर बढ़ता जा रहा है। अब लोग संजय गुप्ता को हरिद्वार सीट से लोकसभा का टिकट देने की मांग भी करने लगे हैं।


