हरिद्वार। जनपद की मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में दो साल की मासूम की मौत के बाद परिजनोंं ने अंतिम संस्कार तो कर दिया, लेकिन सीसीटीवी फुटेज ने पड़ोसी किशोर दिखा, जिसकी हरकतें सामान्य नहीं थी। इसके बाद पुलिस और प्रशासन की टीम ने जिलाधिकारी के निर्देश पर बच्ची के शव को श्मशान की भूमि से बाहर निकाल कर मौत के कारणों का पता लगाने के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
जानकारी के मुताबिक गोपालपुर गांव निवासी एक परिवार पिछले काफी समय से मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के गायत्री एंक्लेव में रह रहा है। इस परिवार की दो साल की बेटी की बीती 29 जुलाई मंगलवार के दिन संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। जिसके बाद परिजनों ने बच्ची के शव को अपने पैतृक गांव में दफना दिया था। इसके बाद उन्होंने अपने आवास पर पहुंचकर घर की सीसीटीवी फुटेज की जांच की।जिसमें एक पड़ोसी किशोर संदिग्ध परिस्थितियों में घूमता हुआ दिखाई दिया।
कैमरे की फुटेज में देखा गया जब बच्ची कमरे में अकेली थी तो इसी दौरान एक संदिग्ध किशोर सीढ़ियों से होकर कमरे की ओर जाता हुआ दिखाई दे रहा है। बच्ची की मां के कमरे में लौटने से पहले ही वह किशोर वहां से चला जाता है। जिस पर बच्ची के परिजनों को उस पर शक हुआ। जिसके बाद बच्ची की मां ने जिलाधिकारी और पुलिस को शिकायती पत्र देकर हत्या की आशंका जताई। साथ ही शव को कब्र से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम कराने की मांग की।
जिलाधिकारी हरिद्वार ने तहसीलदार विकास अवस्थी को इस मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए। जिसके बाद तहसीलदार पुलिस टीम के साथ गोपालपुर गांव पहुंचे। जहां पर ग्रामीणों और परिजनों की मौजूदगी में श्मशान की भूमि से बच्ची के शव को बाहर निकाला गया। मौत के कारणों का पता लगाने के लिए उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। वहीं, बच्ची की मां ने पुलिस और प्रशासन से इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है।