विवाह और त्योहारों का मौसम और ऐसे में बदलता मौसम, गर्मी का आगमन, हमें अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पार्टियों में विभिन्न प्रकार के भोजन आम बात है। इसमें भी अनेक विरुद्ध आहार मिल जाते हैं, जो नुकसान पहंुचाते है। जैसे दही बड़ा के साथ दूध, चाय, आइसक्रीम, काफी आदि सेवन। चिल्ड वाटर, मसाले युक्त तले पदार्थ, विभिन्न प्रकार की सब्जियां, चपाती, घी-तेल का खूब प्रयोग, विभिन्न प्रकार की मिठाइयां, हलवा, चाइनीज फूड, पेय, आदि। मानव स्वभाव है स्वादिष्ट, रुचिकर भोजन को देख हम अपनी सीमाएं लाघते हैं और बीमार हो जाते हैं।
कुछ बातों का ध्यान रखे ?
- नियमित भोजन से कम भोजन करंे, क्योकि अधिकांश खाद्य बहुत ज्यादा कैलोरी युक्त होते हैं। जैसे मिठाइयां, तले पदार्थ आदि।
- भोजन के आधे घण्टे पूर्व एवं 45 मिनट पश्चात ही पर्याप्त मात्रा में पानी पिये वह भी सामान्य तापक्रम का हो।
- गर्मी के मौसम में विभिन्न भारतीय परंपरागत पेय, जूस, फल आदि का सेवन ज्यादा करें, जिससे शरीर में पर्याप्त मात्रा में पानी रहे।
- दिन भर में थोड़ा-थोड़ा खाने की आदत डालें, भोजन अंतराल 3 से 4 घण्टे हो।
- प्रातः काल उठते से ही बगैर कुल्ला किये कम से कम 2 ग्लास सामान्य तापक्रम या हल्के गुनगुने जल का सेवन करें। मोटापा से प्रभावित व्यक्ति एक नीबू और 2 चम्मच शहद मिलाकर ले सकते हैं लाभ मिलेगा। इसके आधे घण्टे बाद ही कुछ खायें।
- प्रातः काल का नाश्ता उठने के 2 घण्टे के अंतराल में, दोपहर भोजन पर्याप्त मात्रा में और शाम का सोने से तीन घण्टे पूर्व अल्प किंतु आवश्यक मात्रा में लें। ऐसा करने से आप स्वस्थ और निरोगी रहेंगे।
Dr. (Vaid) Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
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