हरिद्वार। दिल्ली बॉर्डर पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को ढाई महीने से ज्यादा बीत जाने के बाद भी सरकार और किसानों के बीच सहमति नहीं बन पा रही है। दूसरी ओर कृषि बिलों के विरोध में किसान देशभर में किसान महापंचायत कर रहे हैं। इसी कड़ी में हरिद्वार से भी किसान संगठनों ने महापंचायत आयोजित करने का फैसला किया है। आगामी 21 फरवरी को हरिद्वार के लक्सर क्षेत्र में किसानों की महापंचायत होगी।
लक्सर में होने जा रही किसान महापंचायत के संबंध में किसान संगठन से जुड़े लोगों ने जानकारी दी। किसान संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार किसानों का विरोध इस तरह से कर रही है जैसे कि वह किसान नहीं चाइना से लड़ाई लड़ रही हो। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लाए गए काले कानून का विरोध किसानों ने अपने लोकतांत्रिक अधिकार के अनुसार ही किया है। किसानों का कहना है कि जब तक एमएसपी पर गारंटी और अन्य मांगें नहीं मानी जातीं तब तक किसानों का विरोध जारी रहेगा। किसान संगठन से जुड़े लोगों ने कहा कि नए किसान बिल में भंडारण की जो सीमा बढ़ाई गई है उस से महंगाई बढ़ेगी। उन्होंने कहा पिछले 7 सालों में हर चीज के दाम बढ़े हैं। केवल किसान की ही फसल के दाम नहीं बढ़े हैं। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सरकार किसान बिल को किसानों पर थोप रही है। किसान संगठनों का कहना है जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक वे विरोध करते रहेंगे।