हरिद्वार। लोकसभा चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में सभी दल चुनावी बिसात बिछाने में लगे हैं। फिलहाल चुनावी समर के पहले चरण में प्रत्याशियों को लेकर माथापच्ची हो रही है। भाजपा ने अपनी पहली 195 उम्मीद्वारों की लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें उत्तराखण्ड की पांच लोकसभा में से हरिद्वार व पौड़ी को छोड़कर शेष तीन पर पुरानी उम्मीद्वारों पर पार्टी ने विश्वास जताया है।
हरिद्वार और पौड़ी सीट पर अभी तक उम्मीद्वारों की घोषणा न होने से दावेदारों के साथ आम जनता में भी उत्सुकता है। वहीं हरिद्वार में प्रत्याशी के नाम की घोषणा न होने व दावेदारों की फिलहाल की स्थिति को देखते हुए अब भाजपा के अंदर से ही स्थानीय हो टिकट देने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। इसे जनता की भावना व राजनैतिक शिगुफा भी कहा जा सकता है। बताया जा रहा है कि जो स्थानीय दावेदार टिकट की दौड़ से बाहर बताए जा रहे हैं, यह उनका ही छोड़ा शिगुफा है।
उधर आज दिल्ली में भाजपा की बैठक होनी है। जिसमें हरिद्वार में कौन उम्मीद्वार हो इस पर चर्चा संभव है। सूत्रों की माने तो भाजपा हाईकमान स्थानीय को ही चुनाव मैदान में उतार सकता है। रविवार तक उम्मीद्वार के नाम की घोषणा हो जाने की चर्चा है, किन्तु सूत्रों की माने तो हरिद्वार पेंच तीसरी लिस्ट से ही निकलता संभव दिखाई दे रहा है। हालांकि कुछ लोग टिकट पाने के लिए दिल्ली से लेकर नागपुर तक का चक्कर काट चुके हैं। बावजूद कोई सफलता उनको हाथ नहीं लगी। बताया जा रहा है कि दिल्ली में तो मुलाकात का भी तकल्लुफ नेताओं ने नहीं उठाया।
सूत्रों की माने तो छवि खराब लोगों द्वारा भी अपनी दावेदारी पेश करने से हरिद्वार सीट पर मामला अटका। सूत्रों की माने तो भाजपा स्थानीय को टिकट दे सकती है। साथ ही नया चेहरा इस बार सामने आ सकता है। वहीं त्रिवेन्द्र सिंह रावत को हरिद्वार से टिकट देने की बात कही जा रही है, जबकि त्रिवेन्द्र सिंह रावत पौड़ी सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक बताए जा रहे हैं। यदि त्रिवेन्द्र सिंह रावत को पौड़ी से टिकट मिलता है तो हरिद्वार से स्थानी को टिकट मिलना तय है।