बोले, वे आचार्य थे, हैं और रहेंगे
हरिद्वार। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी प्रज्ञानानंद गिरि महाराज ने अपने वीडियो संदेश में सनातन धर्म की रक्षा के लिए उनका साथ देने वालों का आभार जताते हुए कहा कि ऐसे लोग जो भगवा धारण कर अपराधिक कृत्य में लिप्त हैं उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
अपने संदेश में उन्होंने कहाकि धन बल की लोलुपता के चलते निरंजनी अखाड़े के गरिमामयी पद पर एक अयोग्य व्यक्ति जा रहा था। कहाकि जिस व्यक्ति को आचार्य बनाने का दावा किया जा रहा है अखाड़े ने उस संत को केवल महामण्डलेश्वर बनलाया है। निरंजनी के आचार्य वे ही हैं। उन्होंने अयोग्य व्यक्ति को आचार्य बनाने से रोकने के लिए आवाज उठाने वाले संतों और बु़िजीवियो ंको साधुवाद दिया की उनके कारण धर्म की रक्षा हो पायी। उन्होंने कहा कि वे निरंजनी के आचार्य पद की गरिमा को धूमिल नहीं होने देंगे। वे निरंजनी के आचार्य पद पर थे, हैं और रहेंगे। उन्होंने कहाकि धन की लोलुपता के चलते आचार्य पद की गरिमा को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास किया गया था। वे ऐसे लोगो ंको अखाड़े से बाहर का रास्ता दिखाने का कार्य करेंगे जो भगवा धारण कर अपराधिक कृत्यों में लिप्त हैं।

आचार्य प्रज्ञानानंद बोले कैलाशांनद को अखाड़े ने आचार्य नहीं केवल महामण्डलेश्वर बनाया


