देहरादून । राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) के अभिभाषण के साथ ही उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र मंगलवार से शुरू हुआ है । सुबह 11 बजे जब विधानसभा सत्र की शुरुआत हुई तो एक ओर जहां सदन में सरकार पूरे एक्शन मोड़ में दिखी। तो वहीं विपक्ष भी महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरता नजर आया । विपक्ष की ओर से पूर्व सीएम हरीश रावत की बेटी व हरिद्वार ग्रामीण से विधायक अनुपमा रावत महंगाई के मुद्दे पर मुखर दिखी और विरोध स्वरूप बैनर दिखाए । जिसके बाद सदन की कार्यवाही 3 बजे तक स्थगित हो गई है।
इससे पूर्व विधानसभा सत्र के पहले दिन बजट अभिभाषण के लिए विधानसभा पहुंचे राज्यपाल का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वागत किया। इस दौरान उन्हें गार्ड तो आफ आनर दिया गया। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में अभिनव प्रयोग कर रही है। संस्कृत शिक्षा को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। मातृ शिशु सेवा में सुधार हो रहा है। अभिभाषण मेे कहा गया कि मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत तीन हज़ार रुपये दिए जा रहे हैं। बुजुर्गों व दिव्यांगों को पेंशन दी जा रही है। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सरकार नए वित्तीय वर्ष के प्रथम चार माह के लिए लगभग 21 हजार करोड़ रुपये का लेखानुदान पेश करेगी। उत्तराखंड का राज्यपाल गुरमीत का बनने के बाद यह उनका पहला अभिभाषण है। विधानसभा का सत्र अगले दिन तक चलेगा।
महंगाई को लेकर विपक्ष हमलावर हुआ
विधानसभा सत्र के आज पहले दिन कांग्रेस ने महंगाई के मुद्दे पर सरकार पर घेरने कि कोशिश करते हुए हमला किया। हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत ने भाजपा सरकार को दिन प्रतिदिन बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल व एलपीजी के दामों को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला।
अनुपमा ने कहा कि भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार दोनो महंगाई रोकने में पूरी तहर से विफल साबित हाे रही है। एलपीजी सिलेंडर की कीमतें बढ़ने से आम आदमी का घर चलाना मुश्किल हो गया है। उधर डीजल के दामों के बढ़ने का असर बाजार पर पड़ रहा है जिससे दैनिक उपयोग की वस्तुएं महंगी हो रही है।
विधानसभा की सदस्यता से रह गए तिलकराज बेहड ने भी ली सदस्यता
उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के पहले सत्र के शुरू होने से पूर्व किच्छा से चुनकर आए कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड ने विधानसभा सदस्य के रूप में विधिवत शपथ ली। पूर्व में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी के कारण वह शपथ नहीं ले पाए थे। इसलिए आज सुबह 10 बजे विधानसभा सचिव ने अपने कक्ष में उन्हें शपथ दिलवाई।