प्रयागराज। निरंजनी अखाड़े की ओर से हर्षा रिछारिया को अमृत स्नान मेंं साथ लेकर जाने के एलान से नाराज एक साधु ने निरंजनी अखाड़े में हंगामा किया। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी से अभद्रता करते हुए अपने फैसला वापस लेने को धमकाने लगा। वहां मौजूद संतों ने किसी तरह संन्यासी को काबू में कर पुलिस के हवाले किया।
बुधवार को अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी निरंजनी अखाड़ा छावनी मेंं बने चेहरा-मेहरा में शिष्यों से चर्चा कर रहे थे। उसी समय एक युवा संन्यासी पहुंचकर हर्षा रिछारिया को रथ पर बिठाकर स्नान कराने के फैसले को गलत ठहराते हुए इसका विरोध करने लगा। फैसला वापस लेने की मांग करने लगा। शोर-शराबा सुनकर दर्जनों साधु-संत भी जमा हो गए।
वहां मौजूद संतों ने उसे शांत कराने की कोशिश की लेकिन, वह धर्म एवं परंपरा के खिलाफ बताते हुए फैसला वापस लेने पर अड़ा रहा। चोहरा-मोहरा में मौजूद संतों ने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। संतों ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने मेला प्रशासन से लिखित शिकायत की है।